रायपुर: राजधानी रायपुर में अब यात्रियों को घंटों ट्रेन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. रेलवे अब ट्रेनों के करंट लोकेशन का पता लगाने उसे आधुनिक टेक्नोलॉजी से जोड़ने की तैयारी कर रही है. यात्रियों को जल्द ही ट्रेनों की पल-पल की जानकारी मिलेगी. रेलवे प्रशासन अब जोन में चलने वाली सभी ट्रेनों को जल्द ही सेटेलाइट से जोड़ने जा रहा है, जिससे ऑटोमेटिक चार्ट का काम अपडेट होने लगेगा और यात्रियों को सही जानकारी मिल सकेगी.
रायपुर: अब रेलवे यात्रियों को मिलेगी पल-पल की जानकारी, इस नई टेक्नोलॉजी से जुड़ेंगी ट्रेनें
रेलवे अब ट्रेनों के करंट लोकेशन का पता लगाने उसे आधुनिक टेक्नोलॉजी से जोड़ने की तैयारी कर रही है. यात्रियों को जल्द ही ट्रेनों की पल-पल की जानकारी मिलेगी.
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रायपुर: राजधानी रायपुर में अब यात्रियों को घंटों ट्रेन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. रेलवे अब ट्रेनों के करंट लोकेशन का पता लगाने उसे आधुनिक टेक्नोलॉजी से जोड़ने की तैयारी कर रही है. यात्रियों को जल्द ही ट्रेनों की पल-पल की जानकारी मिलेगी. रेलवे प्रशासन अब जोन में चलने वाली सभी ट्रेनों को जल्द ही सेटेलाइट से जोड़ने जा रहा है, जिससे ऑटोमेटिक चार्ट का काम अपडेट होने लगेगा और यात्रियों को सही जानकारी मिल सकेगी.
Intro:2404_CG_RPR_RITESH_SETELITE SE JUDEGI TRENE_SHBT
रायपुर ट्रेनों की अब पल-पल की जानकारी मिलेगी यात्रियों को अब स्टेशन पर खड़े होकर घंटों ट्रेन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि ट्रेनों के करंट लोकेशन के लिए रेलवे उसे आधुनिक टेक्नोलॉजी से जोड़ने की तैयारी कर रहा है
रेलवे प्रशासन द्वारा जोन में चलने वाली ट्रेनों को जल्द ही सेटेलाइट के माध्यम से जोड़ा जाएगा इससे ट्रेन के स्टेशन से गुजरने के बाद ही उसके लोकेशन की जानकारी मिलने लगेगी यात्री अपने मोबाइल एक के माध्यम से ट्रेन के वर्तमान लोकेशन की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे रेलवे के अधिकारी का कहना है कि सेटेलाइट के लगने से ऑटोमेटिक चार्टिंग शुरू हो जाएगी ठंड के मौसम में ट्रेने कोहरे की वजह से घंटो देर से चलती है
ट्रेन पकड़ने के चक्कर में यात्री घंटों पहले स्टेशन में पहुंच जाते स्टेशन में पहुंचने के बाद यात्रियों को जानकारी मिलती है कि ट्रेन 5 घंटे विलंब से चल रही है यात्रियों को ट्रेन के करंट लोकेशन की जानकारी नहीं मिल पाती थी इसके साथ ही रायपुर स्टेशन पर रेलवे प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है जिससे दूरदराज से आने वाले यात्रियों को घर बैठे ही ट्रेन की जानकारी मिल सके रेलवे द्वारा ट्रेनों के लोकेशन के बारे में आधा दर्जन से अधिक साइट चल रही है लेकिन एक भी साइट पर ट्रेनों के करंट लोकेशन की जानकारी नहीं मिल पाती है ट्रेनों को सेटेलाइट से जुड़ने के बाद यात्रियों को ट्रेन के सही लोकेशन की जानकारी मिलेगी
मैन पावर की होगी बचत
वर्तमान में चार्ट को फीड करने में शिफ्ट के हिसाब से आधा दर्जन कर्मचारियों को तैनात किया गया कर्मचारी 24 घंटे ट्रेन गुजरने के बाद एटीएस से अपडेट करते हैं लेकिन सेटेलाइट से जोड़े जाने पर कर्मचारियों को चार्टिंग करने का सिलसिला खत्म हो जाएगा इससे रेलवे के मैन पावर की भी बचत होगी
इस कारण नहीं मिल पाती ट्रेनों की सही जानकारी
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि स्टेशन पर ट्रेन के निकलने के बाद स्टेशन मास्टर द्वारा ट्रेन जाने की सूचना देता है उसके बाद उसको कंप्यूटर पर फीड किया जाता है कर्मचारी द्वारा कंप्यूटर में फीड करने पर 5 मिनट का समय लगता है तब तक ट्रेन काफी दूर निकल चुकी होती है लेकिन सेटेलाइट से जुड़ने के बाद ऑटोमेटिक चार्ट का काम होने लगेगा
बाइट तन्मय मुखोपाध्याय सीनियर डीसीएम रेलवे रायपुर
रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
Body:2404_CG_RPR_RITESH_SETELITE SE JUDEGI TRENE_SHBT
Conclusion:2404_CG_RPR_RITESH_SETELITE SE JUDEGI TRENE_SHBT
रायपुर ट्रेनों की अब पल-पल की जानकारी मिलेगी यात्रियों को अब स्टेशन पर खड़े होकर घंटों ट्रेन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि ट्रेनों के करंट लोकेशन के लिए रेलवे उसे आधुनिक टेक्नोलॉजी से जोड़ने की तैयारी कर रहा है
रेलवे प्रशासन द्वारा जोन में चलने वाली ट्रेनों को जल्द ही सेटेलाइट के माध्यम से जोड़ा जाएगा इससे ट्रेन के स्टेशन से गुजरने के बाद ही उसके लोकेशन की जानकारी मिलने लगेगी यात्री अपने मोबाइल एक के माध्यम से ट्रेन के वर्तमान लोकेशन की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे रेलवे के अधिकारी का कहना है कि सेटेलाइट के लगने से ऑटोमेटिक चार्टिंग शुरू हो जाएगी ठंड के मौसम में ट्रेने कोहरे की वजह से घंटो देर से चलती है
ट्रेन पकड़ने के चक्कर में यात्री घंटों पहले स्टेशन में पहुंच जाते स्टेशन में पहुंचने के बाद यात्रियों को जानकारी मिलती है कि ट्रेन 5 घंटे विलंब से चल रही है यात्रियों को ट्रेन के करंट लोकेशन की जानकारी नहीं मिल पाती थी इसके साथ ही रायपुर स्टेशन पर रेलवे प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है जिससे दूरदराज से आने वाले यात्रियों को घर बैठे ही ट्रेन की जानकारी मिल सके रेलवे द्वारा ट्रेनों के लोकेशन के बारे में आधा दर्जन से अधिक साइट चल रही है लेकिन एक भी साइट पर ट्रेनों के करंट लोकेशन की जानकारी नहीं मिल पाती है ट्रेनों को सेटेलाइट से जुड़ने के बाद यात्रियों को ट्रेन के सही लोकेशन की जानकारी मिलेगी
मैन पावर की होगी बचत
वर्तमान में चार्ट को फीड करने में शिफ्ट के हिसाब से आधा दर्जन कर्मचारियों को तैनात किया गया कर्मचारी 24 घंटे ट्रेन गुजरने के बाद एटीएस से अपडेट करते हैं लेकिन सेटेलाइट से जोड़े जाने पर कर्मचारियों को चार्टिंग करने का सिलसिला खत्म हो जाएगा इससे रेलवे के मैन पावर की भी बचत होगी
इस कारण नहीं मिल पाती ट्रेनों की सही जानकारी
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि स्टेशन पर ट्रेन के निकलने के बाद स्टेशन मास्टर द्वारा ट्रेन जाने की सूचना देता है उसके बाद उसको कंप्यूटर पर फीड किया जाता है कर्मचारी द्वारा कंप्यूटर में फीड करने पर 5 मिनट का समय लगता है तब तक ट्रेन काफी दूर निकल चुकी होती है लेकिन सेटेलाइट से जुड़ने के बाद ऑटोमेटिक चार्ट का काम होने लगेगा
बाइट तन्मय मुखोपाध्याय सीनियर डीसीएम रेलवे रायपुर
रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
Body:2404_CG_RPR_RITESH_SETELITE SE JUDEGI TRENE_SHBT
Conclusion:2404_CG_RPR_RITESH_SETELITE SE JUDEGI TRENE_SHBT