रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है. विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सिर्फ दिखाने के लिए सत्र बुलाया गया है. समय में बढ़ोतरी की बजाय उसमें कटौती की जाती है. विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है. 4 दिन का सत्र है, जिसमें एक दिन श्रद्धांजलि में निकल जाएगा, ऐसे में केवल 3 दिन ही बचेंगे.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से हालात खराब है. प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है, राज्य में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है. करंट से हाथी की मौत, किसानों को मुआवजा, गरीब को मुआवजा, अवैध उत्खनन के मुद्दे को लेकर विपक्ष मुखर रहेगा. अगर विस्तार से चर्चा होती तो जनहित में काम होता और सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होती, लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है.
उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी, टेस्ट और रिकवरी में पिछड़ने से लेकर अवैध शराब, अवैध उत्खनन, मवेशियों और हाथियों की मौत के मामले में बीजेपी सरकार को घेरने की तैयारी में है.
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सरकार को घेरने की बनाई गई रणनीति
हालांकि चार दिन के सत्र में पहले दिन राज्य के पहले सीएम अजीत जोगी समेत अन्य दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद बचे तीन दिनों में स्थगन प्रस्ताव को लेकर रणनीति बनाने के लिए विधानसभा में ही बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. चर्चा के लिए जनहित के मुद्दे ज्यादा हैं, विपक्ष का प्रयास होगा कि आवश्यक मुद्दे उठाए जाएं. विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरने के लिए आक्रामक रणनीति बनाई है.