रायपुर : मंगलवार की देर शाम पुलिस प्रदर्शन स्थल पर लगे दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ के पंडाल को हटाने वाले थे. तभी बीजेपी नेता और कर्मचारी संघ के संरक्षक अनुकंपा संघ का समर्थन करने पहुंच Politics regards eviction of Budhatalab picket site गए. जिसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने धरना स्थल से पंडाल हटाए जाने को लेकर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. इस मामले में बीजेपी का कहना है कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस या फिर प्रशासन यदि कोई कार्यवाई करती है और इस दौरान कोई अप्रिय घटना घटती है, तो इसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी.
बीजेपी ने लगाए आरोप : बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास का कहना है कि "दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजन और उनके विधवा सर्दी और कड़ाके की ठंड में पिछले 84 दिनों से अपनी 1 सूत्रीय मांग अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बैठे हुए हैं. पुलिस और प्रशासन दबाव बनाकर इन्हें प्रदर्शन स्थल से हटा रहा है. अगर इस दौरान कोई अप्रिय घटना घटती है, तो इसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी. लेकिन अनुकंपा संघ की मांग जब तक पूरी नहीं होती तब तक ये लोग प्रदर्शन स्थल से नहीं हटेंगे." Budhatalab picket site of raipur
महिलाओं को डरा रही है सरकार : बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा का कहना है कि "प्रदर्शन कर रही इन महिलाओं को हटाने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार दबाव बना रही है. सरकार इनकी समस्याओं का निराकरण करना छोड़कर इन महिलाओं को डराया धमकाया जा रहा है. बलपूर्वक प्रदर्शन स्थल खाली करने के लिए कहा जा रहा है. बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर महिलाएं अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रही हैं. सरकार इन महिलाओं के साथ अन्याय कर रही है. उन्होंने प्रदेश की भूपेश सरकार को संवेदनहीन बताया और कहा कि शासन प्रशासन ने आज तक इन महिलाओं की कोई सुध नहीं ली है."
ये भी पढ़ें- कांग्रेसियों का मुखौटा लगाकर बीजेपी ने किया प्रदर्शन
कर्मचारी संघ भी प्रदर्शनकारियों के साथ : छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ Employees union with the protesters के संरक्षक विजय कुमार झा का कहना है कि "आज प्रशासन की ओर से अनुकंपा संघ को पंडाल खाली करने के लिए जिस गति से नोटिस जारी किया गया है, उसी गति से सरकार चाहती तो आज इन्हें चपरासी या बाबू के पद पर नियुक्ति मिल जाती. सर्दी और कड़ाके की ठंड के साथ ही बारिश का सामना अनुकंपा संघ के लोगों को नहीं करना पड़ता. अनुकंपा संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे रायपुर से बाहर हैं और सेनापति नहीं होने के कारण प्रशासन द्वारा हमला किया जा रहा है, जो कहीं ना कहीं एक सोची-समझी रणनीति के तहत पंडाल खाली करने के लिए कहा जा रहा है." raipur news
Raipur news : बूढ़ातालाब धरना स्थल खाली करने को लेकर राजनीति
रायपुर बूढ़ा तालाब धरना स्थल Budhatalab picket site of raipur पर 84 दिनों से दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे Politics regards eviction of Budhatalab picket site हैं. मंगलवार को प्रशासन के द्वारा बिना अनुमति के प्रदर्शन स्थल पर प्रदर्शन किए जाने को लेकर नोटिस जारी किया गया था. नोटिस मिलने के बाद अनुकंपा संघ में हड़कंप मच गया था.raipur news
रायपुर : मंगलवार की देर शाम पुलिस प्रदर्शन स्थल पर लगे दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ के पंडाल को हटाने वाले थे. तभी बीजेपी नेता और कर्मचारी संघ के संरक्षक अनुकंपा संघ का समर्थन करने पहुंच Politics regards eviction of Budhatalab picket site गए. जिसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने धरना स्थल से पंडाल हटाए जाने को लेकर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. इस मामले में बीजेपी का कहना है कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस या फिर प्रशासन यदि कोई कार्यवाई करती है और इस दौरान कोई अप्रिय घटना घटती है, तो इसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी.
बीजेपी ने लगाए आरोप : बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास का कहना है कि "दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजन और उनके विधवा सर्दी और कड़ाके की ठंड में पिछले 84 दिनों से अपनी 1 सूत्रीय मांग अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बैठे हुए हैं. पुलिस और प्रशासन दबाव बनाकर इन्हें प्रदर्शन स्थल से हटा रहा है. अगर इस दौरान कोई अप्रिय घटना घटती है, तो इसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी. लेकिन अनुकंपा संघ की मांग जब तक पूरी नहीं होती तब तक ये लोग प्रदर्शन स्थल से नहीं हटेंगे." Budhatalab picket site of raipur
महिलाओं को डरा रही है सरकार : बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा का कहना है कि "प्रदर्शन कर रही इन महिलाओं को हटाने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार दबाव बना रही है. सरकार इनकी समस्याओं का निराकरण करना छोड़कर इन महिलाओं को डराया धमकाया जा रहा है. बलपूर्वक प्रदर्शन स्थल खाली करने के लिए कहा जा रहा है. बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर महिलाएं अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रही हैं. सरकार इन महिलाओं के साथ अन्याय कर रही है. उन्होंने प्रदेश की भूपेश सरकार को संवेदनहीन बताया और कहा कि शासन प्रशासन ने आज तक इन महिलाओं की कोई सुध नहीं ली है."
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कर्मचारी संघ भी प्रदर्शनकारियों के साथ : छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ Employees union with the protesters के संरक्षक विजय कुमार झा का कहना है कि "आज प्रशासन की ओर से अनुकंपा संघ को पंडाल खाली करने के लिए जिस गति से नोटिस जारी किया गया है, उसी गति से सरकार चाहती तो आज इन्हें चपरासी या बाबू के पद पर नियुक्ति मिल जाती. सर्दी और कड़ाके की ठंड के साथ ही बारिश का सामना अनुकंपा संघ के लोगों को नहीं करना पड़ता. अनुकंपा संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे रायपुर से बाहर हैं और सेनापति नहीं होने के कारण प्रशासन द्वारा हमला किया जा रहा है, जो कहीं ना कहीं एक सोची-समझी रणनीति के तहत पंडाल खाली करने के लिए कहा जा रहा है." raipur news