रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों दल की तैयारियां धीरे धीरे परवान चढ़ रही है. राज्य में दोनों दलों के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का जमावड़ा लग रहा है. इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है. चुनावी दौर में बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने बघेल सरकार पर एक के बाद एक कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
"बघेल सरकार पोस्टरबाज सरकार " (Jamal Siddiqui Accuses CM Baghel): जमाल सिद्दीकी ने बघेल सरकार को पोस्टरबाज सरकार की उपाधि देते हुए कई हमले किए. छत्तीसगढ़ की गरिमा को तार तार करने का आरोप उन्होंने बघेल सरकार पर लगाया. बघेल सरकार पर जमाल सिद्दीकी ने झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया है.
"कांग्रेस सरकार के कारनामों को जनता तक ले जाकर सरकार की असलियत सामने लाने का संकल्प अल्पसंख्यक मोर्चा ने लिया है. छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने पूर्व में प्रदेश को सम्मान दिलाया था. जिसे पिछले 5 सालों में प्रदेश की भूपेश सरकार ने चौपट कर दिया. भूपेश बघेल की सरकार यहां पोस्टर लगाकर जो काम नहीं किए हैं. उन कामों का भी श्रेय ले रही है"-जमाल सिद्दीकी, अध्यक्ष, बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा (BJP minority morcha president Jamal Siddiqui)
केंद्र की योजनाओं को बदलकर राज्य में लागू कर रही बघेल सरकार: जमाल सिद्दीकी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि "छत्तीसगढ़ में केंद्र की योजनाओं का नाम बदलकर लागू किया जा रहा है. उसका श्रेय भी बघेल सरकार ले रही है. जैसे आयुष्मान भारत योजना का नाम बदलकर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना कर दिया. भाजपा सरकार डॉक्टर खूबचंद बघेल का खूब सम्मान करती है. यदि कांग्रेस भी उनका सम्मान करती तो उसे योजना 2.5 लाख की राशि बढ़ाकर देनी चाहिए थी. जेनरिक दवाओं की योजना को बघेल सरकार ने नाम बदलकर धनवंतरी कर दिया.छत्तीसगढ़ में शिक्षा और रोजगार आज मजबूत स्थिति में नहीं है"
कांग्रेस ने बीजेपी पर किया पलटवार (Congress leader Sushil Anand Shukla): बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के आरोपों पर कांग्रेस की तरफ से जवाबी प्रतिक्रिया आई है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने जमाल सिद्दीकी पर करारा हमला बोला.उन्होंने बीजेपी पर अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगा दिया. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि" बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा को थोड़ा और अध्यन करना चाहिए. बीजेपी आदतन अल्पसंख्यकों की विरोधी है. उनके यहां अल्पसंख्यक मोर्चा को जो बनाया गया है. वो इसलिए बनाया गया है कि वो सर्वधर्म सम्भाव वाली पार्टियां हैं. उनके खिलाफ में जहर उगले. यह उनका टारगेट है. उन्हें लक्ष्य दिया गया है. वास्तव में कोई व्यक्ति अल्पसंख्यकों का हितैषी होगा वह बीजेपी में पदाधिकारी नहीं बन सकता. वह बीजेपी का विरोधी ही रहेगा."
"यदि कोई अल्पसंख्यक समाज का व्यक्ति बीजेपी को अपना पदाधिकारी बोलता है और अल्पसंख्यकों के हित की बात करता है तो दोनों में बहुत ज्यादा अंतर है": सुशील आनंद शुक्ला, अध्यक्ष, कांग्रेस जनसंचार विभाग, छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में अल्पसंख्यक वर्ग की जनसंख्या कितनी ? : साल 2011 की जनसंख्या के मुताबिक छत्तीसगढ़ में मुस्लिम वर्ग के लोगों की संख्या कुल जनसंख्या की 2.02 फीसदी है. जबकि ईसाई धर्म के लोगों की संख्या कुल जनसंख्या की 1.92 फीसदी है. बौद्ध धर्म के लोगों की संख्या कुल जनसंख्या की 0.28 फीसदी है. सिख धर्म के लोगों की संख्या कुल जनसंख्या की 0.27 फीसदी है. जबकि जैन धर्म के लोग राज्य की कुल जनसंख्या की 0.24 फीसदी है.