रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार को बने लगभग पौने दो साल का समय बीत चुका है, बावजूद इसके कांग्रेस अब तक सभी निगम-मंडल और आयोग में नियुक्तियां नहीं कर सकी है. हालांकि कांग्रेस ने पिछले महीने निगम मंडल आयोग में 32 लोगों की पहली सूची जारी की थी. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही कांग्रेस दूसरी सूची भी जारी करेगी, जिसमें 100 से ज्यादा नाम हो सकते हैं, लेकिन हाल ही में पीएल पुनिया ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान साफ कर दिया है कि यह नियुक्तियां इतनी आसान नहीं हैं. इसके लिए काफी एक्सरसाइज करनी पड़ती है. मुख्यमंत्री से लेकर पार्टी हाईकमान तक विचार-विमर्श किया जाता है. उसके बाद नियुक्ति की जाती है. ऐसे में निगम मंडल आयोग की दूसरी सूची आने में अभी समय लगेगा.
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया बैठक करने के बाद वापस दिल्ली लौटे
वहीं भाजपा की मानें तो कांग्रेस किसी भी विधायक पदाधिकारी और कार्यकर्ता को नाखुश नहीं करना चाहती. यही वजह है कि उनके द्वारा सूची जारी करने में देरी हो रही है, क्योंकि पार्टी भी जानती है कि सूची जारी करते ही जिन नेताओं को उसमें जगह नहीं मिलेगी, उनमें असंतोष व्याप्त होगा और इसका खामियाजा कहीं न कहीं पार्टी को उठाना पड़ सकता है. यहां तक कि बीजेपी ने पहली सूची जारी होते ही कांग्रेस पार्टी के अंदर विस्फोटक स्थिति निर्मित होने की बात तक कही थी. शायद इस बात का आभास कांग्रेस पार्टी को भी हो गया था. यही वजह है कि निगम मंडल आयोग की सूची तैयार करने छत्तीसगढ़ पहुंचे कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया सिर्फ बैठक करने के बाद वापस दिल्ली लौट गए. इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने साफ संकेत दिए हैं कि इस सूची के जारी होने में अभी समय लगेगा.
कांग्रेस पार्टी के विधायक और न ही कार्यकर्ता संतुष्ट हैं: संजय श्रीवास्तव
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि सत्ता पर काबिज होने के बावजूद न तो पार्टी के विधायक संतुष्ट हैं और न ही कार्यकर्ता. श्रीवास्तव ने कहा कि यह बात कांग्रेस को भी पता है कि साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस वापस सत्ता पर काबिज नहीं होगी, इसलिए पार्टी अभी से ही ज्यादातर कांग्रेसियों को खुश करने में लगी हुई है. निगम मंडल आयोग सहित अन्य विभागों का बंदरबांट कर रही है. पीएल पुनिया सभी को खुश करना चाहते हैं, इसके लिए वह सामंजस्य बैठाने में लगे हुए हैं.
कार्यकर्ताओं को मायूस होने की जरूरत नहीं: घनश्याम राजू तिवारी
वहीं कांग्रेस भी इस बात को मानती है कि लंबे समय के बाद पार्टी सत्ता पर काबिज हुई है, यही कारण है कि कार्यकर्ताओं को पार्टी से काफी अपेक्षाएं हैं. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी का कहना है कि सरकार बनने के बाद पौने दो साल में कुछ न कुछ ऐसा होता रहा, जिस कारण से सूची जारी करने में देरी हुई है. इसमें कार्यकर्ताओं को मायूस होने की जरूरत नहीं है, जिन्होंने सत्ता परिवर्तन में पार्टी का साथ दिया, उन्हें इस सूची में जरूर स्थान मिलेगा वे निश्चिंत रहें.
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में मायूसी
बता दें कि निगम मंडल आयोग की पहली सूची जारी होने के बाद कांग्रेसियों को उम्मीद थी कि जल्द ही दूसरी सूची भी जारी हो जाएगी. उसमें लगभग 100 से ज्यादा नाम शामिल होंगे, लेकिन जिस तरह से पीएल पुनिया ने पिछले दिनों स्पष्ट कर दिया है कि सूची तैयार करने में कई मापदंडों को अपनाना होता है. कई बैठकों का दौर चलता है. उसके बाद नाम तय होते हैं, इसमें समय लगता है, इस बयान के बाद कहीं ना कहीं वे कार्यकर्ता जिन्हें दूसरी सूची में जगह मिलने की उम्मीद थी मायूस हो गए हैं. अब देखने वाली बात है कि पार्टी इन कार्यकर्ताओं की मायूसी कब तक दूर करती है.