रायपुर: प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. राजधानी रायपुर कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है. बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज मंगल बाजार से निकले हैं. कोरोना मरीजों के मिलने के बाद से इस इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. जिसे लेकर यहां रहने वाले लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है.
कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के कारण यहां दैनिक जीवन के जरूरी सामान भी नहीं मिल पा रहे थे. जिससे परेशान लोगों ने इलाके को कंटेनमेंट जोन से हटाने की मांग की और प्रदर्शन कर नारेबाजी करने लगे. पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझाने की कोशिश भी की, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. मंगल बाजार इलाके में लोगों का कोरोना सैंपल लेने के लिए कोविड-19 जांच बस भी खड़ी की गई है, ताकि लोगों का सैंपल लिया जा सके.
परेशान हैं इलाके के लोग
कोविड-19 की टीम बुधवार सुबह मंगल बाजार पहुंची. इसकी जानकारी लोगों को मिली. जिसके बाद लोग जरूरी सुविधाएं नहीं मिलने को लेकर लोग विरोध प्रदर्शन करने लगे. वहीं जांच न कराने की बात कहकर नारेबाजी भी करने लगे. कुछ दुकानदारों ने रोजी-रोटी का संकट होने की बात भी रखी.
कोविड-19 टीम ने इसकी जानकारी आजाद चौक थाने को दी और वहां से अतिरिक्त बल को बुलाया गया. लेकिन लोग जरूरी सुविधाओं को पूरा करने की मांग करते हुए नारेबाजी कर रहे थे. उनकी मांग थी कि काफी दिनों से मंगलबाजार को कंटेनमेंट जोन में रखा गया है, इसलिए अब एरिया को कंटेनमेंट जोन से हटा दिया जाए ताकि उनकी रोजी-रोटी चल सके.
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स्वास्थ्य विभाग के पास शिकायतें आती रही हैं कि मंगल बाजार में स्थानीय लगातार स्वास्थ्यकर्मियों से दुर्व्यवहार कर रहे हैं. इस संबंध में यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि लगभग एक महीना बीत जाने के बाद भी कंटेनमेंट जोन से इस इलाके को नहीं हटाया गया है, जिससे उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.