रायपुर: राजधानी रायपुर में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. जिसे देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. साथ ही रायपुर जिला भी सेंसेटिव जिलों में से एक है. इसे देखते हुए रायपुर को भी लॉक कर दिया गया है. इससे रक्षाबंधन के त्योहार में खासा असर देखने को मिला. लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण बाहर नहीं दिखे, जिसे देखकर लगा कोरोना ने रक्षाबंधन के त्योहार पर ग्रहण लगा दिया हो.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए पारंपरिक त्योहार को मनाने के तरीके में भी बदलाव दिखाई दे रहा है. जहां एक ओर लोग सोशल डिस्टेंडिंग का पालन कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग कोरोना संक्रमण को लेकर एहतियातन लोगों से दूरियां बना रहे हैं. कोरोना वायरस आने के पहले लोगों को रक्षाबंधन का इंतजार रहता था. लोग बड़े हर्षोल्लास के साथ इस त्यौहार को मनाते थे, लेकिन कोरोना ने इस भाई-बहन के त्योहार पर ग्रहण लगा दिया.
चाइनीज राखी को छोड़कर स्वदेशी राखी की ओर बढ़े लोग
इसके साथ ही देश में बायकॉट चाइना की मुहिम के बीच चाइनीज राखियों का भी जमकर बहिष्कार देखने को मिला. लोग चाइनीज राखी को छोड़कर स्वदेशी राखी की ओर बढ़ते दिखे. इसी के साथ रायपुर के डंगनिया गांव में कुछ घर ऐसे भी मिले. जहां पर बाहर एक तख्ती लिख कर टांग दिया गया है, जिसपर लिखा है कि हम लोग इस बार राखी का त्योहार नहीं मना रहे हैं. इसको देखते हुए कोरोना संक्रमण की गंभीरता का पता चल रहा है. लोग सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क लगाकर गांव में देखने को मिले.