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पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से परेशान हैं लोग, कर रहे हैं दाम कम करने की मांग

देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों से लोग बहुत परेशान हैं. वहीं पेट्रोल और डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस लगातार जगह-जगह प्रदर्शन करते हुए पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने की मांग कर रही है.

People are facing problems due to increase in petrol and diesel prices in chhattisgarh
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से परेशान है लोग
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Published : Jul 2, 2020, 7:53 AM IST

Updated : Jul 2, 2020, 1:18 PM IST

रायपुर: देश में लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने का असर अब आम जनता पर भी दिखने लगा है. दरअसल लॉकडाउन के दौरान 80 दिनों तक पेट्रोल और डीजल के दामों में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी, लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद और अनलॉक-1 के शुरू होते ही पेट्रोल कंपनियों ने डीजल और पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी शुरु कर दी है, जिसका सीधा असर मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है.

पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से परेशान हैं लोग

वहीं पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस लगातार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन कर रही है. साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने की मांग कर रही है.

ETV भारत ने पेट्रोल पंप संचालक से की बात

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को लेकर जब ETV भारत की टीम ने पेट्रोल पंप के संचालक नरेश नागपाले से बात की तो उनका कहना था कि पेट्रोलियम कंपनी ने 80 दिनों तक पेट्रोल और डीजल के दामों में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं की थी, लेकिन 7 जून से पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़े हैं.

पेट्रोल के मुकाबले डीजल के दाम में हुई है ज्यादा बढ़ोतरी

पेट्रोल पंप संचालक ने बताया कि राजधानी में 6 जून को 1 लीटर पेट्रोल का दाम 70.40 रुपये था, जो अब बढ़कर 79.19 रुपये हो गए हैं. 1 लीटर पेट्रोल के दाम में 8.79 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इसी तरह राजधानी में 6 जून को 1 लीटर डीजल का दाम 67.56 रुपये था, जो कि अब बढ़कर 78.26 रुपये हो गए है. 1 लीटर डीजल के दाम में 10.70 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. वहीं 1 लीटर पेट्रोल और डीजल के दामों में अंतर देखा जाए तो डीजल के दाम में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है.

पढ़ें: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत के खिलाफ कांग्रेस ने रिक्शा चलाकर किया प्रदर्शन

वहीं लोगों का कहना है कि सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करना चाहिए, जिससे मध्यमवर्गीय परिवार को राहत मिल सकें. बता दें कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से खाद्य पदार्थ और ट्रांसपोर्टिंग के दाम भी बढ़ने लगते हैं. लोग पहले से ही कोरोना महामारी से परेशान है. अब ऐसे में पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर भी लोगों की परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि गरीब वर्ग से लेकर अमीर वर्ग के लोगों को भी आवागमन के लिए दुपहिया और चार पहिया वाहनों की जरूरत पड़ती हैं. साथ ही ट्रांसपोर्टिंग में भी वाहनों का ही अधिकांश उपयोग होता है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी होने से खाद्य पदार्थों की कीमतें भी बढ़ने लगी हैं.

रायपुर: देश में लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने का असर अब आम जनता पर भी दिखने लगा है. दरअसल लॉकडाउन के दौरान 80 दिनों तक पेट्रोल और डीजल के दामों में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी, लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद और अनलॉक-1 के शुरू होते ही पेट्रोल कंपनियों ने डीजल और पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी शुरु कर दी है, जिसका सीधा असर मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है.

पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से परेशान हैं लोग

वहीं पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस लगातार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन कर रही है. साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने की मांग कर रही है.

ETV भारत ने पेट्रोल पंप संचालक से की बात

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को लेकर जब ETV भारत की टीम ने पेट्रोल पंप के संचालक नरेश नागपाले से बात की तो उनका कहना था कि पेट्रोलियम कंपनी ने 80 दिनों तक पेट्रोल और डीजल के दामों में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं की थी, लेकिन 7 जून से पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़े हैं.

पेट्रोल के मुकाबले डीजल के दाम में हुई है ज्यादा बढ़ोतरी

पेट्रोल पंप संचालक ने बताया कि राजधानी में 6 जून को 1 लीटर पेट्रोल का दाम 70.40 रुपये था, जो अब बढ़कर 79.19 रुपये हो गए हैं. 1 लीटर पेट्रोल के दाम में 8.79 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इसी तरह राजधानी में 6 जून को 1 लीटर डीजल का दाम 67.56 रुपये था, जो कि अब बढ़कर 78.26 रुपये हो गए है. 1 लीटर डीजल के दाम में 10.70 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. वहीं 1 लीटर पेट्रोल और डीजल के दामों में अंतर देखा जाए तो डीजल के दाम में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है.

पढ़ें: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत के खिलाफ कांग्रेस ने रिक्शा चलाकर किया प्रदर्शन

वहीं लोगों का कहना है कि सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करना चाहिए, जिससे मध्यमवर्गीय परिवार को राहत मिल सकें. बता दें कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से खाद्य पदार्थ और ट्रांसपोर्टिंग के दाम भी बढ़ने लगते हैं. लोग पहले से ही कोरोना महामारी से परेशान है. अब ऐसे में पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर भी लोगों की परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि गरीब वर्ग से लेकर अमीर वर्ग के लोगों को भी आवागमन के लिए दुपहिया और चार पहिया वाहनों की जरूरत पड़ती हैं. साथ ही ट्रांसपोर्टिंग में भी वाहनों का ही अधिकांश उपयोग होता है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी होने से खाद्य पदार्थों की कीमतें भी बढ़ने लगी हैं.

Last Updated : Jul 2, 2020, 1:18 PM IST
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