रायपुर: शहर में बढ़ रहे कोरोना वायरस के वजह से 22 सितंबर से 28 सितंबर तक टोटल लॉकडाउन लगाया है. ऐसी स्थिति में शहर में सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद किया गया है. इन हालातों में यात्रियों को रेलवे स्टेशन आने-जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू रहने पर जो यात्री घर से करीब 20 से 30 रूपये देकर रेलवे स्टेशन पहुंच जाते थे, उन्हें मौजूदा हालात में इसके लिए मोटी रकम चुकानी पड़ रही है.
यात्रियों का कहना है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आने-जाने के दौरान उन्हें मजबूरन ऑटो या कैब बुक करनी पड़ रही है. यात्रियों ने आगे बताया कि वह अभी ट्रेन पकड़ने के लिए उरला से रायपुर रेलवे स्टेशन आए हैं और उन्हें यहां आने में 200 रूपये ऑटो का किराया देना पड़ा है. यात्री ने बताया कि अगर पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलता तो वह कम कीमत पर उरला से रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंच जाते.
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प्रीपेड बूथ के अनुसार लिया जा रहा चार्ज
इसके अलावा यात्रियों को ऑटो बुक करने में भी काफी तकलीफ हो रही है. ऑटो बुक हो रही है तो पहले उन्हें बुकिंग टिकट दिखानी पड़ रही है. उसके बाद ही ऑटो चालक उन्हें लेकर रेलवे स्टेशन पहुंच रहे हैं. ऑटो चालक ने बताया कि वह रेलवे स्टेशन में खड़े हैं और जो भी यात्री रेलवे स्टेशन उतर रहे हैं. वह प्रीपेड बूथ में पैसा देकर ऑटो बुक करवा रहे हैं और प्रीपेड बूथ में जितने ऑटो के किराया है उतना ही लिया जा रहा है. वहीं ऑटो में भी कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए पूरा इंतजाम किया गया है और ऑटो को भी बार-बार सैनिटाइज किया जा रहा है.
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सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा पालन
बुधवार को लॉकडाउन का दूसरा दिन है. इस दौरान रायपुर रेलवे स्टेशन में यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली है. यात्रियों को ट्रेन आने के 3 घंटे पहले रेलवे स्टेशन बुलाया जाता है. रेलवे स्टेशन के अंदर और बाहर यात्रियों की काफी भीड़ है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. सभी यात्री एक-दूसरे से चिपक के खड़े हैं. हालांकि मास्क पहने हुए हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का बिलकुल पालन नहीं हो रहा है. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए बार-बार अनाउंस किया जा रहा है.