रायपुर: जिले के एक निजी स्कूल में ड्रेस कोड को लेकर परिजनों ने जमकर विरोध किया है. परिजनों का कहना है कि स्कूल ने अचानक ही ड्रेस कोड बदल दिया है. साथ ही जो ड्रेस कोड बदला है उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं है. नई ड्रेस काफी पतले कपड़े की है. इससे छात्राओं को काफी परेशानी होगी और वे उसे पहनने में कंफर्टेबले भी नहीं रहंगे.
नया शैक्षणिक सत्र लगते ही निजी स्कूलों की मनमानी शुरू हो गई है. पढ़ाई के नाम पर कमाई की दुकान चला रहे निजी स्कूलों में हर बढ़ती क्लास के साथ फीस में भी बढ़ोतरी हो रही है जिससे पालक परेशान है. बढती फिस के साथ ही साल दर साल युनिफार्म मे परिवर्तन किए जा रहे है. इसके साथ ही ड्रेस खरीदने का दुकान भी निर्धारित किया गया. परिजनों का आरोप है कि जिस दुकान से ड्रेस ख़रीदने की लिए कहा जा रहा है वह प्रिंसिपल भावना दुबे के भाई द्वारा संचालित की जाती है.
ड्रेस कोड में किया जाएगा बदलाव
परिजनों का आरोप है कि स्कूल का नया ड्रेस पूरी तरह पारदर्शी है. इस बात की शिकायत जब स्कूल प्रबंधन से की गई तो उन्होंने इसी ड्रेस से काम चलाने की बात कही. वहीं मामले में मीडिया के शामिल होने के बाद स्कूल प्रबंधन ड्रेस कोड में बदलाव करने की बात कह रहा है. परिजनों ने प्रिंसिपल के पति के द्वारा बदतमीजी और गाला गलौज करने की भा बात कही है.
मामले में वाइस प्रिंसिपल का बयान
इस पूरे मामले में स्कूल की वाइस प्रिंसिपल अर्पिता राठौर का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर हम ड्रेस बदलने को तैयार है. परिजनों से किसी भी तरह की कोई बदतमीजी नहीं की गई है. वहीं एक दुकान से कपड़े खरीदने के मामले में वाइस प्रिंसिपल ने कहा कि हमारी शर्ट में मोनो लगता है जो उसी दुकान से मिलेगा इसीलिए हमने उन्हें एक ही दुकान से ड्रेस लेने को कहा है.