रायपुरः पंचायत सचिव और रोजगार सहायक संघ अपनी-अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ हुए हैं. हड़ताल पर चले जाने से पंचायतों के समस्त काम पूरी तरह से बंद और ठप पड़े हुए हैं. ग्राम पंचायतों में काम करने वाले रोजगार सहायक अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर बीते साल 30 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. पंचायत सचिव भी अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर बीते साल 26 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
बीते साल 26 दिसंबर से हड़ताल जारी
रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर सचिव और रोजगार सहायक संघ अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. पूरे प्रदेश में ग्राम पंचायतों में काम करने वाले सचिवों की संख्या 11 हजार है. सचिव संघ अपनी एक सूत्रीय मांग नियमितीकरण को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
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रोजगार सहायक मांग रहे अपना हक
पूरे प्रदेश में रोजगार सहायक की संख्या 1 हजार 800 है. रोजगार सहायकों का कहना है कि सरकार बनते ही इन्हें नियमित किया जाए. जिन ग्राम पंचायतों को नगर निगम और नगर पंचायत में शामिल किया जा रहा है, वहां के रोजगार सहायकों को संबंधित निकाय में शामिल किया जाए.साथ ही अन्य रिक्त ग्राम पंचायत में इन्हें सेवा पर रखा जाए. ग्राम रोजगार सहायकों को सचिव पद पर वरीयता के आधार पर सीधी भर्ती की जाए और ग्राम रोजगार सहायकों को सहायक सचिव घोषित किया जाए.
रोजगार सहायक 14 वर्षों से दे रहे अपनी सेवा
प्रदेश के ग्राम पंचायतों में रोजगार सहायक लगभग 14 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. रोजगार सहायक शासन की विभिन्न योजनाओं में पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं. मनरेगा के अलावा प्रधानमंत्री, आवास, राशन कार्ड स्मार्ट कार्ड, मतदाता सूची, निर्वाचन गोधन, न्याय गौठान जो भी जिम्मेदारी दी गई रोजगार सहायकों ने उसे बिना मानदेय के पूरा किया है.