रायपुर: केंद्र के बाद अब छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने TET (teachers eligibility test) पास करने वालों को बड़ी राहत दी है. शिक्षक पात्रता परीक्षा (Teachers Eligibility Test ) योग्यता प्रमाण पत्र की वैधता को लाइफ टाइम के लिए कर दिया गया है. यानी अब TET के लिए सिर्फ एक बार ही परीक्षा देनी होगी. शिक्षा विभाग ने अपने पुराने आदेश को बदलते हुए TET प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन कर दी है. इसके साथ ही जिनका TET का प्रमाणपत्र अमान्य हो गया है. उन्हें भी नया प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ में TET की मान्यता अब आजीवन
छत्तीसगढ़ में प्राइमरी और मिडिल कक्षाओं में टीचर बनने के लिए छत्तीसगढ़ टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (CGTET) पास करना होता है. पहले इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने वालों की मान्यता 7 साल के लिए हुआ करती थी. लेकिन 26 जून को स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से जारी आदेश के बाद अब TET की मान्यता आजीवन कर दिया गया है.
पहले TET प्रमाणपत्र को सिर्फ 7 साल की मान्यता
पहले TET करने के बाद यदि कोई व्यक्ति सात साल के भीतर शिक्षक नियुक्त नहीं होता है, तो फिर से उसे TET परीक्षा पास करनी होती थी. नई नौकरी के लिए आवेदन में भी यह प्रक्रिया आड़े आती थी. अब ऐसा नहीं है. एक बार TET पास करने बाद इसका प्रमाणपत्र आजीवन मान्य रहेगा. हर साल केंद्र सरकार या राज्य सरकार की आयोजित होने वाली TET परीक्षाओं में लाखों उम्मीदवार बैठते हैं.
TET की वैधता बढ़ाने के फैसले का क्वालीफाई लोगों ने किया स्वागत
3 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जारी किया था आदेश
नई शिक्षा नीति के तहत 3 जून को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट के प्रमाण पत्रों की वैधता आजीवन देने की घोषणा की थी. इससे पहले भी शिक्षक पात्रता परीक्षा के नियमों में बदलाव को लेकर कवायद जारी थी. केंद्र सरकार के आदेश जारी करने के बाद अब राज्य सरकार ने भी छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन कर दी है. स्कूल शिक्षा विभाग के अपर सचिव एआर खान ने यह आदेश जारी किया.
जिनकी मान्यता खत्म हुई उन्हें नया TET प्रमाणपत्र मिलेगा
आदेश के मुताबिक 2011 से अब तक सभी शिक्षक पात्रता परीक्षा फॉर्म के संबंध में यह आदेश मान्य होगा. जिन अभ्यर्थियों की TET की पात्रता खत्म हो गई है. उन्हें नया प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा. इस व्यवस्था से अब बार-बार पात्रता परीक्षा की झंझट से अभ्यर्थियों को छुटकारा मिलेगा.