बस्तर: नक्सलियों ने बस्तर में साजिशों के बम और बारुद बिछा रखे हैं. सड़कें, जंगल, पगडंडियों में नक्सलियों ने आईईडी फिट कर छोड़ दिया है. यही वजह है कि कभी भी कहीं भी बस्तर के जंगलों में ब्लास्ट हो जाता है.बारूदी आईईडी बम के बिछे होने से हमेशा जान का खतरा बना रहता है.नक्सली मोर्चे पर तैनात जवानों को न सिर्फ माओवादियों के गोली का सामान करना पड़ता है बल्कि जंगलो में बने सड़कों पर बिछी बारूदी सुरंग का भी सामना करना पड़ता है. शनिवार को सुकमा में भी ऐसा हुआ. यहां जवानों ने 20-20 किलो की दो आईईडी को बरामद किया.
सुकमा को दहलाने की साजिश: नक्सलियों ने सुकमा को दहलाने की साजिश रच रखी थी. शनिवार को सुकमा जिले में फोर्स ने 40 किलो की आईईडी को बरामद किया. इसमें 20-20 किलो की दो आईईडी लगाई गई थी. माओवादियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए इसे सड़क के नीचे प्लांट किया था. आईईडी बम को बरामद करके जवानो ने मौके पर उसे सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया है. इस पूरी कार्रवाई का वीडियो भी सामने आया है.
28 दिसम्बर की सुबह CRPF के जवान सर्चिंग के लिये निकले हुए थे. सर्चिंग के दौरान दोरनापाल-जगरगुंडा मार्ग में पोलमपल्ली थाना क्षेत्र में आईईडी मिला है. सड़क पर CRPF के जवानों ने 2 वजनी कमांड आईईडी को रिकवर किया. जिनका वजन 20-20 किलो था. जिसके बाद BDS की टीम ने सुरक्षित तरीके से इसे नष्ट किया- किरण चव्हाण, एसपी, सुकमा
फोर्स पर अटैक के लिए IED का इस्तेमाल: सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि फोर्स और जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली जंगलों में आईईडी प्लांट करते हैं. जिससे प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से जवानों को नुकसान हो. ऐसी सूरत में फोर्स के जवान भी फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं. एहतियात के साथ कार्य किया जा रहा है. जिससे नक्सल मोर्चे पर यह सफलता हासिल हुई है.