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'पंचर' हुई 'I LOVE साइकिल', करोड़ों खर्च कर बनाई गई थी योजना

तत्कालीन रमन सरकार ने पर्यावरण सुरक्षा और स्वास्थ्य और इंधन बचाने के लिए एक महात्वकांक्षी योजना 'I LOVE साइकिल' की शुरुआत की थी, लेकिन करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद आज इस योजना का हाल बेहाल है.

I LOVE साइकिल योजना के तहत रखी गई साइकिल
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Published : Jul 25, 2019, 10:36 AM IST

Updated : Jul 25, 2019, 3:04 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में 'आई लव साइकिल' योजना की शुरुआत की गई थी. नया रायपुर के लोगों ने शुरुआत में इसका इस्तेमाल तो किया, लेकिन अब ट्रैक और साइकिल दोनों कबाड़ में तब्दील हो गई है. शेयरिंग साइकिल योजना को नवा रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा अगस्त 2018 में शुरू किया गया था.

पंचर' हुई 'I LOVE साइकिल

योजना शुरू होने के लगभग एक साल बाद जब ETV भारत की टीम ट्रैक और साइकिल का हाल जानने नवा रायपुर पहुंची, तो ट्रैक पर कोई नहीं दिखा. इसके बाद जब टीम शेल्टर का जायजा लेने पहुंची तो वहीं कई साइकिलें ऐसे ही पड़ी थी. जिसपर धूल जम रहR थे. ट्रैक पर गंदगी और सड़कों पर पानी जमा था. इसके अलावा साइकिल ट्रैक के कुछ रास्तों को भी बंद कर दिया गया है.

38 किलोमीटर का बना है साइकिल ट्रैक

'आई लव साइकिल' योजना को कारगार बनाने के लिए नवा रायपुर में 10 सेंटर भी बनाये गए थे. जहां 100 साइकिलें रखी गई है. इस योजना को साइनपोस्ट कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है. विकास प्राधिकरण के ट्रांसपोर्टेशन मैनेजर सिद्धार्थ विश्वकर्मा ने बताया कि नवा रायपुर में 38 किलोमीटर का साइकिल ट्रैक है, जिसमें ज्यादातर इसका इस्तेमाल सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले लोग करते हैं. शुरुआत के 30 मिनट के लिए यह सुविधा मुफ्त है, इसके बाद साइकिल का उपयोग करने पर 10 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से चार्ज लिया जाता है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में 'आई लव साइकिल' योजना की शुरुआत की गई थी. नया रायपुर के लोगों ने शुरुआत में इसका इस्तेमाल तो किया, लेकिन अब ट्रैक और साइकिल दोनों कबाड़ में तब्दील हो गई है. शेयरिंग साइकिल योजना को नवा रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा अगस्त 2018 में शुरू किया गया था.

पंचर' हुई 'I LOVE साइकिल

योजना शुरू होने के लगभग एक साल बाद जब ETV भारत की टीम ट्रैक और साइकिल का हाल जानने नवा रायपुर पहुंची, तो ट्रैक पर कोई नहीं दिखा. इसके बाद जब टीम शेल्टर का जायजा लेने पहुंची तो वहीं कई साइकिलें ऐसे ही पड़ी थी. जिसपर धूल जम रहR थे. ट्रैक पर गंदगी और सड़कों पर पानी जमा था. इसके अलावा साइकिल ट्रैक के कुछ रास्तों को भी बंद कर दिया गया है.

38 किलोमीटर का बना है साइकिल ट्रैक

'आई लव साइकिल' योजना को कारगार बनाने के लिए नवा रायपुर में 10 सेंटर भी बनाये गए थे. जहां 100 साइकिलें रखी गई है. इस योजना को साइनपोस्ट कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है. विकास प्राधिकरण के ट्रांसपोर्टेशन मैनेजर सिद्धार्थ विश्वकर्मा ने बताया कि नवा रायपुर में 38 किलोमीटर का साइकिल ट्रैक है, जिसमें ज्यादातर इसका इस्तेमाल सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले लोग करते हैं. शुरुआत के 30 मिनट के लिए यह सुविधा मुफ्त है, इसके बाद साइकिल का उपयोग करने पर 10 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से चार्ज लिया जाता है.

Intro:नया रायपुर में के नाम से आई लव साइकलिंग तत्पर के नाम से शेयरिंग साइकिल की शुरुआत NRANVP (नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण) ने अगस्त 2018 इसकी शुरुआत की की गई थी। हालांकि शुरुआत में नया रायपुर आने वाले लोगों ने इसका इस्तेमाल किया लेकिन अब वही साईकल का इस्तेमाल नही लोग नही कर रहे है।।


Body: साइकिल ट्रैक और साईकिल का हाल जानने जब ईटीवी भारत की टीम नया रायपुर पहुची तो साइकल ट्रैक में कोई भी व्यक्ति साइकिल चलाते नजर नहीं आया। शेल्टर पर जाकर देखा गया तो वहां भी साइकिल रखी हुई थी।। वहीं बनाए गए ट्रैक की बात की जाए तो ट्रैक में गंदगी ओर पानी जाम मिला वही कुछ जगह लगाके गए फर्श उखड़ गए है।। साइकिल ट्रैक के कुछ रास्तों को भी बंद कर दिया गया।।


Conclusion:नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण ने आई लव साइकिलिंग तत्पर के नाम से यह सेवा किस शुरुआत की थी। नया रायपुर में 10 सेंटर बनाए गए हैं जिनमें कुल 100 साइकिलें रखी है।।वहीं इसका संचालन साइनपोस्ट कंपनी कर रही है।। नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के ट्रांसपोटेशन मैनेजर सिद्धार्थ विश्वकर्मा ने नया रायपुर में 38 किलोमीटर का साइकिल ट्रैक है। वहीं ज्यादातर इसका इस्तेमाल सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले लोग करते हैं। शुरुआत के 30 मिनट के लिए यह सुविधा मुफ्त रहती है उसके बाद साइकिल का उपयोग करने पर 10 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से चार्ज लिया जाता है।। साइकिल के उपयोग नहीं करने और ट्रैक के बंद होने को लेकर जब उनसे सवाल किया गया उनका कहना था कि सुबह और शाम के समय आसपास के लोग और सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले लोग इसका इस्तेमाल करते हैं वही महीने में करीब 4 हज़ार लोग इसका इस्तेमाल करते है।। हालांकि की लोगो की बसावट कम होने ओर लोगो के कम इंट्रेस्ट के चलते भी सायकल का उपयोग नही हो पता है।।वही डेढ़ करोड़ रुपए में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है जिसमें कंपनी को 5 साल तक मेंटेनेंस और मैनेजमेंट का काम करना है।। बाईट सिद्धार्थ विश्वकर्मा मैनेजर ट्रांसपोटेशन नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण बाईट स्थानीय रिपोर्टर सिद्धार्थ श्रीवासन रायपुर
Last Updated : Jul 25, 2019, 3:04 PM IST
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