रायपुर: ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में गुरुवार को मुंबई के टैक्सी कंसल्टेंसी संचालक राजेश चौधरी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने 1 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड दी थी. आज उन्हें दोबारा कोर्ट में पेश किया गया. वहीं दीपक टांक, खनिज विभाग के डिप्टी डायरेक्टर शिव शंकर नाग और खनिज अधिकारी संदीप कुमार नायक को भी कोर्ट में पेश किया गया.
जेल में रहेंगी सौम्या चौरसिया: बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने बताया कि "शिव शंकर नाग और संदीप कुमार नायक को विशेष न्यायालय में अवकाश होने के कारण ज्यूडिशियल रिमांड दी गई थी. गुरुवार को राजेश चौधरी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार कर लाया गया उनको भी 1 दिन की रिमांड शुक्रवार को खत्म हो गई. आज सभी की रिमांड खत्म हो गई. इस तरह से ईडी ने 4 आरोपियों के लिए 5 दिन की ईडी की रिमांड की मांग की थी. कोर्ट ने इन चारों की 3 दिन की ईडी की रिमांड मंजूर की है. 30 जनवरी को दोपहर 1:00 बजे तक कोर्ट में पेश किया जाएगा. शुक्रवार को सौम्या चौरसिया की न्यायिक रिमांड की डेट खत्म हुई थी. आज उस पर भी बहस हुई है. ईडी ने कोर्ट से 14 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 3 दिनों की ज्यूडिशियल रिमांड मंजूर की है, इसके साथ ही 30 जनवरी को सौम्या चौरसिया को 60 दिन पूरे हो रहे हैं. ऐसे में संभवत 30 जनवरी को सौम्या चौरसिया के खिलाफ ईडी चालान पेश कर सकती है."
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11 अक्टूबर से चल रही है कार्रवाई: प्रवर्तन निदेशालय ने 11 अक्टूबर को प्रदेश के कई अफसरों और कारोबारियों के 75 ठिकानों पर छापा मारा था. शुरूआती जांच और पूछताछ के बाद 13 अक्टूबर को इस मामले में छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी चिप्स के तत्कालीन CEO समीर विश्नोई, कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल और वकील कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था. उनको 14 दिन की रिमांड में पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया. 29 अक्टूबर को इस मामले में एक अन्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने अदालत में समर्पण कर दिया.10 दिन की पूछताछ के बाद सूर्यकांत को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. तबसे चारों आरोपी जेल में बंद हैं. उनमें से दो के जमानत आवेदन कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है.