रायपुर: बीजापुर में हुई नक्सली मुठभेड़ को लेकर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ सर्चिंग अभियान जारी है. अब हमारे जवान उन क्षेत्रों में भी सर्चिंग कर रहे हैं जहां ज्यादा संख्या में नक्सली होने की संभावना है. शुक्रवार और शनिवार को भी बीजापुर और सुकमा से अलग-अलग पांच पार्टियां सर्चिंग के लिए निकली थी. शनिवार को जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई है, जो लगभग 3 घंटे चली.
सर्चिंग के दौरान 1500 से 2000 जवान नक्सलियों की मांद तक पहुंचे थे. नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई तो नक्सलियों ने मोर्टार लॉन्चर सहित बड़े हथियारों से जवानों पर हमला किया. जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी जमकर फायरिंग की. इस मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हुए हैं और 12 जवान घायल हुए हैं. घायलों को रायपुर लाया जा रहा है मुठभेड़ के दौरान 2 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं.
बीजापुर : नक्सली मुठभेड़ में 5 जवान शहीद, 12 घायल
गृह मंत्री ने संभावना जताई कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान हुआ है. इसका आंकलन रात होने की वजह से अभी तक नहीं किया जा सका है. बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है. मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि मौके पर जवानों के लिए सपोर्टिंग पार्टी रवाना कर दी गई है. नक्सली मुठभेड़ के दौरान कुछ जवान इधर-उधर हो गए हैं. सभी से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. सभी से संपर्क होने के बाद ही वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा.
'भूपेश बघेल सरकार की नक्सलवाद को लेकर स्पष्ट नीति'
मंत्री ताम्रध्वज ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नक्सलवाद को लेकर स्पष्ट नीति है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में विकास किया जाए. जिससे नक्सली मूवमेंट कम होगा. ताम्रध्वज साहू का दावा है कि जब से कांग्रेस सरकार आई है फर्जी मुठभेड़ की कोई खबर नहीं आई है. सर्वाधिक नक्सली कांग्रेस सरकार में मारे गए. सर्वाधिक नक्सली गिरफ्तार हुए. सबसे ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया है. यह कांग्रेस सरकार की उपलब्धि है. इस नक्सल नीति में हम कामयाब हो रहे हैं. नक्सली हमारे अभियान के कारण एक दो जगहों तक ही सिमट कर रह गए हैं. वहां भी नक्सल विरोधी अभियान जारी है.
बौखलाए नक्सली: छत्तीसगढ़ में 10 दिनों में 2 बड़े हमले
घायलों जवानों को किया गया एयरलिफ्ट
बीजापुर नक्सली मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए हैं, 12 जवान घायल हैं. यह नक्सल मुठभेड़ बीजापुर के तररेम के जोन्नागुड़ा में हुई है. घटना के बाद तररेम के जंगलों में 9 एंबुलेंस भेजी गई हैं. बीजापुर 2 MI-17 हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं. STF, DRG, CRPF और कोबरा बटालियन के जवान नक्सल ऑपरेशन के लिए निकले थे. उस दौरान मुठभेड़ हुई है. एनकाउंटर करीब 3 घंटे तक चला है. घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया जा रहा है.