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रायपुर : एक्सप्रेस-वे को टेकओवर नहीं करेगा नगर निगम, रखी ये शर्त

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Published : Aug 22, 2019, 11:57 AM IST

एक्सप्रेस वे की जांच कर रही नगर निगम की जांच समिति ने इसे जल्दबाजी का काम बताया है. साथ ही निगम ने इसके टेकओवर की प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी है.

रायपुर : एक्सप्रेस-वे को टेकओवर नहीं करेगा नगर निगम

रायपुर : 292 करोड़ की लागत से बने एक्सप्रेस वे में कई खामियां सामने आने के बाद रायपुर मेयर ने 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था. जांच में कई गड़बड़ियां सामने आई है, जिसके बाद नगर निगम ने एक्सप्रेस वे के टेकओवर पर रोक लगा दी है.

एक्सप्रेस वे की जांच कर रही नगर निगम की जांच समिति ने इसे जल्दबाजी का काम बताया है

जांच समिती के सदस्य एमआईसी मेनन ने बताया कि, 'जांच की प्रक्रिया चल रही है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिसे बनने में 6 महीने या सालभर का और वक्त लगता उसे राजनीतिक कारणों से जल्दी निपटाया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि, 'पिछली सरकार के विभागीय मंत्री ने मिलकर ठेकेदार को लाभ पहुंचाया है, जिससे जनता को नुकसान हुआ है'.

पढ़ें :रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर बनेंगे 4 नए एस्केलेटर और रैम्प

उन्होंने कहा कि, 'ये जल्दबाजी में काम निपटाया गया है, जिसकी वजह से टूट-फूट सामने आ रही है. जगह-जगह ग्रिल नहीं लगी है. वहीं हैंडओवर को लेकर समिति सदस्य ने कहा कि, 'जब तक संबंधित ठेकेदार और संबंधित विभाग के अधिकारी लिखकर नहीं देंगे इसकी गारंटी नहीं देंगे तब तक टेकओवर की प्रक्रिया पर रोक लगी रहेगी'.

रायपुर : 292 करोड़ की लागत से बने एक्सप्रेस वे में कई खामियां सामने आने के बाद रायपुर मेयर ने 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था. जांच में कई गड़बड़ियां सामने आई है, जिसके बाद नगर निगम ने एक्सप्रेस वे के टेकओवर पर रोक लगा दी है.

एक्सप्रेस वे की जांच कर रही नगर निगम की जांच समिति ने इसे जल्दबाजी का काम बताया है

जांच समिती के सदस्य एमआईसी मेनन ने बताया कि, 'जांच की प्रक्रिया चल रही है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिसे बनने में 6 महीने या सालभर का और वक्त लगता उसे राजनीतिक कारणों से जल्दी निपटाया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि, 'पिछली सरकार के विभागीय मंत्री ने मिलकर ठेकेदार को लाभ पहुंचाया है, जिससे जनता को नुकसान हुआ है'.

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उन्होंने कहा कि, 'ये जल्दबाजी में काम निपटाया गया है, जिसकी वजह से टूट-फूट सामने आ रही है. जगह-जगह ग्रिल नहीं लगी है. वहीं हैंडओवर को लेकर समिति सदस्य ने कहा कि, 'जब तक संबंधित ठेकेदार और संबंधित विभाग के अधिकारी लिखकर नहीं देंगे इसकी गारंटी नहीं देंगे तब तक टेकओवर की प्रक्रिया पर रोक लगी रहेगी'.

Intro:इन दिनों 292 करोड़ की लागत बना एक्सप्रेस वे विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है । वही रायपुर महापौर ने भी 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था।।


Body:समिती के सदस्य एमआईसी मेमने कुमार मेनन ने बताया कि जांच की प्रक्रिया चल रही है वहीं प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है मैं जिसका आराम से बना था 6 महीने से साल भर का वक्त और लगना था राजनीतिक कारणों से उस काम को पिछ्ली सरकार ने विभागीय मंत्रियों ने मिलकर ठेकेदार को लाभ पहुचाया है साथ ही जनता को नुकसान भी हुआ है।।






Conclusion:वहीं जल्दबाजी में उठाया गया कदम था। जिसके कारण टूट फुट सामने आई है। जगह जगह ग्रिल नही लगी है।


वही हैंड वर्क इस संबंध में नगर निगम ने तत्काल एक रूप से मनाही की है साथ ही आयुक्त को को भी कहा गया है कि किसी प्रकार की हैंड ओवर प्रक्रिया पर रोक लगाई जाएगी।

जब तक संबंधित ठेकेदार या विभाग के अधिकारी उसके बारे में गारंटी नहीं देते हैं । शादी तमाम तरीके की आशंकाओं को दूर नहीं करते हैं तब तक एक्सप्रेस वे को हैंडोवर करने की प्रक्रिया में रोक लगी रहेगी।



कुमार मेनन

जांच समिति सदस्य
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