रायपुर: वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने गुरूवार को मंत्रालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने इस दौरान वन विभाग के कामकाज में कसावट लाने और अधिकारियों-कर्मचारियों के अपने मुख्यालयों में उपस्थिति सुनिश्चित करने के संबंध में बनाए गए मोबाइल एप्लीकेशन का परीक्षण किया. वन मंत्री ने मोबाइल एप में विभागीय अमले का शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन पूर्ण कर इसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. बैठक में नवनियुक्त संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी और संसदीय सचिव चंद्रदेव राय भी उपस्थित रहे.
मंत्री अकबर ने बैठक में मोबाइल एप के प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया. परीक्षण के दौरान बारनवापारा और बिलाईगढ़ के वन परिक्षेत्र के अधिकारियों के मुख्यालय में इनएक्टिव पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की. वहीं संबंधित वनमंडलाधिकारियों को इसका गंभीरता से पालन सुनिश्चित कराने के लिए निर्देशित किया. इस मोबाइल एप के जरिए से वन विभाग के लगभग 6 हजार 700 अमले के क्षेत्रीय गतिविधियों को ऑनलाइन रियल टाइम अनुश्रवण की व्यवस्था स्थापित की गई है. इसके जरिए वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के काम-काज की गतिविधियों और उपस्थिति की मॉनिटरिंग करने में आसानी होगी.
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एप के अलग-अलग बिंदुओं पर किया परिक्षण
वन मंत्री अकबर ने मोबाइल एप के प्रस्तुतीकरण के दौरान अलग-अलग बिन्दुओं पर विस्तार से परीक्षण किया. इसमें अभी तक विभाग के लगभग 4 हजार अधिकारियों और कर्मचारियों का नाम रजिस्टर हो चुका है. जिसमें से 1 हजार 510 अधिकारियों और कर्मचारियों का एक्टिव होना पाया गया. वन मंत्री ने एप्लीकेशन में अब तक रजिस्ट्रेशन की धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
वन मंत्री ने अधिकारी को दिए सख्त निर्देश
एप के जरिए से हर अधिकारी और कर्मचारी की तिथिवार गतिविधियां और उससे संबंधित फोटोग्राफ जीआईएस (geographic information system) बेस्ड एप्लीकेशन पर नक्शे में दिखेगा. इससे उनकी गतिविधि और उनकी उपस्थिति की जानकारी आसानी से मिल जाएगी. वन मंत्री अकबर ने इस दौरान विभागीय अमले को अपने निर्धारित मुख्यालय में रहना सुनिश्चित करने के संबंध में सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने मोबाइल एप के सफल क्रियान्वयन के लिए मुख्यालय में एक कंट्रोल सेंटर भी स्थापित करने निर्देशित किया. जिसके जरिए विभागीय अमले की प्रतिदिन की एक समग्र रिपोर्ट तैयार हो सके और इसका सीधी मॉनिटरिंग मंत्री सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों से किया जा सके.
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बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संजय शुक्ला, वन विभाग के सचिव जयसिंह, कैम्पा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वी निवास राव, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक तपेश कुमार झा उपस्थित थे.