रायपुर: बीजेपी ने रायपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष पद की जिम्मेदारी वरिष्ठ पार्षद मीनल चौबे को सौंप दी है. नेता प्रतिपक्ष के लिए पिछले एक साल से कवायद चल रही थी, लेकिन नाम तय करने में बीजेपी ने काफी लंबा समय लिया. इस बार पार्षदों की रायशुमारी कर आखिरकर बीजेपी के वरिष्ठ पार्षदों ने नगर निगम रायपुर का नेता प्रतिपक्ष वरिष्ठ महिला बीजेपी पार्षद मीनल चौबे के नाम पर मुहर लगाई है.
मीनल चौबे और सूर्यकांत राठौर भी थे प्रबल दावेदार
नगर निगम में पहली बार किसी महिला पार्षद नेता प्रतिपक्ष बनी हैं.मीनल चौबे विपक्ष में आने के बाद पहले ही दिन से नेता प्रतिपक्ष बनने की दावेदारी कर रही थीं. नेता प्रतिपक्ष पद के लिए मीनल चौबे के अलावा एक अन्य वरिष्ठ पार्षद सूर्यकांत राठौर प्रबल दावेदार थे. राठौर नगर निगम की पिछली निर्वाचित परिषद में नेता प्रतिपक्ष का दायित्व भी संभाल चुके थे. मीनल चौबे के पक्ष में करीब 85 प्रतिशत भाजपा पार्षदों ने मीनल चौबे के पक्ष में अपनी राय दी थी. इस बार भी उनके ही पक्ष में ज्यादातर पार्षदों ने अपनी राय दी थी। जबकि नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ दो और नाम पूर्व नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर और मृत्युंजय दुबे शामिल थे.
जनता के बीच जाकर किया जनता का काम : ऐजाज ढेबर
नगर निगम सभापति भी लिख चुके थे पत्र
लंबे समय से रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष को लेकर विवाद के हालात बन रहे थे, खुद नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने बीजेपी प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी को भी नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने के लिए पत्र भी लिखा था.
चुनाव संयोजक विक्रम उसेंडी ने की घोषणा
बीजेपी प्रदेश संगठन की ओर से नियुक्त नेता प्रतिपक्ष चुनाव संयोजक विक्रम उसेंडी ने शुक्रवार शाम नगर निगम नेता प्रतिपक्ष के लिए मीनल चौबे के नाम की घोषणा की. हांलांकि इस नियुक्ति पर कई बीजेपी नेता नाराज हैं. चौबे को संगठन में भी प्रदेश स्तर पर जिम्मेदारी मिली है. इसलिए इस नियुक्ति से एक व्यक्ति एक पद का मामला गरमा गया है.