तिरुवनंतपुरम/रायपुर: तिरुवनंतपुरम में रह रहे छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूरों का एक समूह है. करीब 2 महीने पहले सभी काम की तलाश में यहां पहुंचे. पोथनकोड के पास, करियाथ में कम्प्यूटेक ट्री क्लाइम्बिंग कंपनी में सभी को अच्छा काम मिला. लेकिन उसके बाद कोरोना संकट की वजह से लॉकडाउन लग गया.
आफत की इस घड़ी में इस समूह के 43 सदस्यों ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए एक सराहनीय पहल की है. इन सभी ने पैसे इकट्ठा कर केरल के मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष यानि सीएमडीआरएफ को सहायता राशि दी है.
प्रवासी मजदूरों ने दिया योगदान
प्रवासी मजदूरों ने खुद 52 हजार रुपये जुटाए. कंपनी के मालिक पी मोहनदास ने भी इस नेक पहल का समर्थन किया. उन्होंने भी एक महीने की अपनी रक्षा पेंशन 26 हजार रुपये का योगदान दिया. इस तरह प्रवासी मजदूरों ने कुल 78 हजार रुपये की राहत राशि दिया है.
केरल सरकार मजदूरों को दे रही मदद
प्रवासी मजदूरों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान उन्हें केरल में कभी भी भोजन-पानी की समस्या नहीं हुई. कंपनी के मालिक ने सभी जरूरी इंतजाम किए. केरल सरकार भी सभी का ध्यान रख रही है.
SPECIAL: वीरान पड़ा मिनी नियाग्रा, पुजारियों और छोटे व्यवसायियों के सामने बड़ा संकट
मजदूरों के लिए हेल्प डेस्क की सुविधा
प्रवासी मजदूरों के लिए केरल में सभी इंतजाम किए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया. उन्हें हाथ धोने का सही तरीका बताया गया. प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष हेल्प डेस्क भी बनाई गई है, जिसकी मदद से वे अपनी समस्याओं को सुलझा सकते हैं.