रायपुर: स्नान, दान का पर्व मकर संक्राति पूरे भारत में उल्लास के साथ मनाया जाता है. सूर्य जब धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, तो इस राशि परिवर्तन को मकर संक्रांति कहा जाता है. इस दिन स्नान के बाद खिचड़ी का दान करने का विशेष महत्व माना जाता है. तिल, लाई और गुड़ के लड्डू बनते हैं, जिन्हें सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है.
कुकिंग एक्सपर्ट से जानिए करारे मुर्रा लड्डू बनाने की रेसिपी
ETV भारत आपको आज मुर्रा, जिसे कई जगह लाई भी कहा जाता है, उसे बनाने की रेसिपी बता रहा है. कुकिंग एक्सपर्ट ममता अवधिया ने मुर्रा लड्डू बनाने की विधि बताई है. इसके लिए आपको मुर्रा और गुड़ की जरूरत पड़ेगी. मुर्रा का कुरकुरा होना और गुड़ का सही पकना जरूरी है.
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गुड़ को धीमी आंच पर पकाएं
ममता अवधिया ने बताया कि जितना मुर्रा आपके पास है, उसका आधा गुड़ पका कर रखें. गुड़ धीमी आंच पर पकाना है. उसे पानी में डाल देखते रहना है. गर्म गुड़ जब पानी में थोड़ा बंधने लगे, तो समझ लीजिए अब लड्डू बंध सकते हैं.
मुर्रा के ऊपर ही गुड़ का पाग डालिए
मुर्रा को किसी बर्तन में डालने से पहले थोड़ा तेल लगा दीजिए. हमेशा मुर्रा के ऊपर गुड़ को डालिए. गुड़ के ऊपर मुर्रा डालने की गलती न कीजिए. मुर्रा पर गुड़ डालकर अच्छे से मिला लीजिए. इसके बाद हाथ में तेल लगाकर हल्के-हल्के हाथों से लड्डू बनाइए. पहले से बंधे लड्डू ठंडे होने के बाद दोबारा शेप में लाने के लिए कड़े हाथों से बांध लीजिए.