रायपुर: कोरोना संकट के इस दौर में अब छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. इसकी वजह ये है कि 102 एम्बुलेंस गाड़ी का संचालन करने वाली कंपनी ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. सूत्रों कि मानें तो, कंपनी ने स्वास्थ्य विभाग को कह दिया है कि 14 तारीख के बाद वे सेवाएं नहीं दे पाएंगे.
कंपनी का कहना है कि 'स्वास्थ्य विभाग की ओर से लंबे समय से भुगतान नहीं किया गया है. जिसके कारण 102 एम्बुलेंस की सेवा दे पाना कंपनी के लिए मुमकिन नहीं है'. बता दें कि 102 महतारी एक्सप्रेस का टेंडर लगभग 6 महीने पहले ही खत्म हो चुका है.
जल्द निकाले जाएंगे टेंडर
एम्बुलेंस सेवा के लिए अब तक दोबारा टैंडर नहीं निकले जाने के कारण इसे एक्सटेंड करके चलाया जा रहा था. स्वास्थ मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा है कि हमने टेंडर के लिए बात की है. जल्दी ही नए टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी और इसमें जो कंपनी योग्य होगी उसे ये टेंडर दिया जाएगा.
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कंपनी से करेंगे बात: सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 'बातचीत के रास्ते अभी खुले हुए हैं. यदि तब तक टेंडर नहीं हो पाते तो, हम जीवीके कंपनी से बात करेंगे. लेकिन सेवाएं खत्म नहीं होगी. मरीजों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी'. जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग जीवीके कंपनी को लगभग 14 से 15 करोड़ रुपए का भुगतान करेगा. सिंहदेव ने बताया कि 'कंपनी के साथ कई बार बैठकें हुईं और बातें भी हुई. लेकिन भुगतान न मिलने के कारण कंपनी ने अब 14 तारीख के बाद काम करने से मना कर दिया है'.