बता दें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अन्य मंत्री और विधायक सहित पार्टी के कई कार्यकर्ता लखमा के गृह प्रवेश कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ता भी शामिल हुए, लेकिन अचानक एक कार्यकर्ता भड़क उठा और उसने कार्यक्रम में हंगामा शुरू कर दिया. कार्यकर्ता जोर-जोर से चिल्ला कर कहने लगा कि पिछले 17 सालों से उन लोगों ने पार्टी के लिए काम किया है और आज सत्ता में आने के बाद सेवादल के कार्यकर्ताओं को ही मुख्यमंत्री से मिलने से रोका जा रहा है. कार्यकर्ता ने कहा सेवादल के कार्यकर्ताओं को हमेशा बाहर ही रोक दिया जाता है.
हंगामे के दौरान सीएम खा रहे थे खाना
इस दौरान कार्यकर्ता जोर-जोर से हंगामा करने लगे. जब कार्यकर्ता हंगामा कर रहा था, उस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री कवासी लखमा सहित कई वरिष्ठ नेता एक पंडाल में बैठ कर खाना खा रहे थे. पंडाल के बाहर सेवा दल का कार्यकर्ता हंगामा कर रहा था, इतने पर ही मामला शांत नहीं हुआ.
सुरक्षाकर्मियों तक से लगाई गुहार
जब दाल नहीं गली तो सेवादल का कार्यकर्ता मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पंडाल के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों से गुहार लगाने लगा. सुरक्षाकर्मियों के पैर पकड़ते हुए वो कह रहा था कि उसे एक बार मुख्यमंत्री से मिलने दिया जाए. कार्यकर्ता का कहना था कि वह लंबे समय से पार्टी के लिए काम करता रहा है, आज व्यक्तिगत काम के लिए मुख्यमंत्री से मिलना चाहता है लेकिन उसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.
हालांकि बाद में उस व्यक्ति को सुरक्षाकर्मियों ने पंडाल में जाने की अनुमति दे दी. लेकिन इसकी जानकारी नहीं है कि सेवा दल के कार्यकर्ता की मुलाकात मुख्यमंत्री से हुई या नहीं.