रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमई नायक को एक बार फिर से राज्य महिला आयोग की कमान सौंपी गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किरणमयी नायक को आयोग का अध्यक्ष बनाया है. इसके पहले 21 जुलाई 2020 को किरणमयी नायक ने आयोग के अध्यक्ष के तौर पर पद भार ग्रहण किया था. साल 2020 से 21 जुलाई 2023 तक अध्यक्ष के तौर पर किरणमयी नायक का तीन साल का कार्यकाल पूरा हुआ. जिसके बाद एक बार फिर 24 जुलाई 2023 को किरणमयी नायक ने नए कार्यकाल का पदभार ग्रहण किया.
किरणमयी नायक पर दोबारा क्यों जताया गया भरोसा : मुख्यमंत्री की ओर से राज्य महिला आयोग को DMF राशि मिली थी. जिससे मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ चला. जिसका लाभ लाखों की संख्या में महिलाओं और बच्चियों को मिला है. पूरे छत्तीसगढ़ में किरणमयी नायक का चार बार दौरा हो चुका है. 200 से अधिक सुनवाई हो चुकी है. घर पहुंच सेवा महिलाओं को मिल रही है. निशुल्क और तुरंत न्याय मिल रहा है. शायद यही कारण है कि माननीय मुख्यमंत्री ने दोबारा किरणमयी को जिम्मेदारी सौंपी है.
" आज मैंने अपने नए कार्यकाल का पदभार ग्रहण किया. इसके पहले माननीय मुख्यमंत्री का आशीर्वाद लिया. मैंने, मुख्यमंत्री को अपने 3 साल के कार्यों का ब्यौरा भी दिया" -किरणमयी नायक, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग
कब कौन-कौन बना महिला आयोग का अध्यक्ष : राज्य महिला आयोग के गठन के बाद हेमंत पोर्ते को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था. जिनका कार्यकाल 3 अप्रैल 2001 से 10 अक्टूबर 2003 तक रहा. इसके बाद सुधा वर्मा को 31 अगस्त 2004 से 31 अगस्त 2007 तक अध्यक्ष बनाया गया. फिर आर विभा राव को 30 अक्टूबर 2007 से 30 अक्टूबर 2010 तक कार्यभार दिया गया. उसके बाद एक बार फिर से आर विभा राव को आयोग की जिम्मेदारी 3 साल यानी कि 2010 से 2013 तक दी गई. पांचवी बार लता उसेंडी को 14 अगस्त 2014 से 30 जून 2015 तक जिम्मेदारी दी गई. 20 जनवरी 2016 को हर्षिता पांडे को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. जिन्होंने 20 अक्टूबर 2018 तक अपनी जिम्मेदारी निभाई. फिर अनिला भेड़िया को 20 अक्टूबर 2018 को जिम्मेदारी सौंपी गई. जिन्होंने 23 जुलाई 2020 तक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. फिर किरणमयी नायक को 23 जुलाई 2020 में पहली बार यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
किरणमयी नायक की अध्यक्षता में आयोग में कुल 200 जनसुनवाई हो चुकी है. जिसमें कुल 4103 मामले पंजीबद्ध हुए.2175 मामले निराकृत हुए.