रायपुर : शराबबंदी को लेकर कांग्रेस सरकार ने इस बार उल्टा विपक्ष पर धावा बोला है. आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने भाजपा और जोगी कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि शराबबंदी के लिए 7 माह में एक भी आवेदन नहीं आए हैं. साथ ही बीजेपी और जोगी कांग्रेस की ओर से शराबबंदी के लिए गठित समिति के लिए विधायकों के नाम भी नहीं भेजे गए हैं.
लखमा ने कहा कि शराबबंदी के लिए सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है. इसमें कांग्रेस ने बीजेपी और जनता कांग्रेस से दो-दो विधायकों के नाम मांगे थे. साथ ही बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) से भी विधायक का नाम मांगा गया था. इसके बाद बसपा ने विधायक का नाम तो दे दिया, लेकिन शराबबंदी की मांग करने वाली बीजेपी और जेसीसीजे ने अपने विधायकों के नाम समिति को नहीं दिए हैं.
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10 सदस्यीय समिति गठित
बता दें कि सरकार ने शराबबंदी को लेकर 10 सदस्यीय समिति गठित की है, जो अन्य राज्यों का दौरा करेगी. लोगों से मिली रिपोर्ट को सरकार को सौंपेगी.