रायपुर: राजधानी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन कर दिया गया है. टोटल लॉकडाउन के दौरान पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थलों को भी पूरी तरह से बंद रखा गया है. 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा. लेकन पिछले साल की तरह इस साल भी रायपुर के मां महामाया मंदिर में ज्योति कलश नहीं जलाए जाएंगे. लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही मंदिर ट्रस्ट ने ज्योत नहीं जलाने का फैसला लिया है.
रायपुर जिले में लॉकडाउन की घोषणा होने के साथ ही ETV भारत ने राजधानी के आकाशवाणी चौक स्थित काली मंदिर और पुरानी बस्ती स्थित मां महामाया मंदिर में नवरात्रि में जलाए जाने वाले ज्योति कलश को लेकर बात की. महामाया मंदिर में मंदिर ट्रस्ट ने लोगों ने बताया क चैत्र नवरात्र में कोरोना महामारी और प्रशासन की ओर से जारी किए गए कोविड 19 गाइडलाइन के मद्देनजर इस बार ज्योति कलश की स्थापना महामाया मंदिर में नहीं की जा रही है.
रायपुर में कोरोना गाइडलाइन को लेकर प्रशासन सख्त
भक्त नहीं कर सकेंगे ज्योति कलश के दर्शन
महामाया मंदिर को छोड़कर कुछ देवी मंदिरों में भक्तों की आस्था और श्रद्धा को देखते हुए ज्योति कलश की संख्या को कम करके ज्योति कलश प्रज्जवलित किए जाएंगे. आकाशवाणी चौक स्थित मां काली मंदिर में अन्य सालों के मुकाबले इस साल ज्योति कलश की संख्या घटकर 2100 हो गई है. महामाया मंदिर के पुजारी ने बताया कि भक्तों की आस्था और श्रद्धा को देखते हुए ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए जाएंगे. लेकिन भक्तों को ज्योति कलश के दर्शन नहीं हो पाएंगे.