ETV Bharat / state

सीएम हाउस में जन चौपाल का आयोजन, बिन अर्जी दिए ही वापस लौटे लोग

मुख्यमंत्री निवास में जन चौपाल का आयोजन किया गया था. जहां लोग दूर-दूर से अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे थे, लेकिन सीएम हाउस पहुंचे सैंकड़ों ग्रामीण बिन अर्जी दिए ही वापस लौट गए.

author img

By

Published : Sep 18, 2019, 5:57 PM IST

Updated : Sep 19, 2019, 12:40 PM IST

बिन अर्जी दिए ही वापस लौटे लोग

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के निवास में हर बार की तरह इस बार भी जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां प्रदेशभर से लोग अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर सीएम हाउस पहुंचे थे. अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे लोगों को सीएम से मिलने नहीं दिया गया, जिससे लोगों में खासा नाराजगी देखने को मिली है.

सीएम हाउस में जन चौपाल का आयोजन, बिन अर्जी दिए ही वापस लौटे लोग

बता दें कि सीएम हाउस में जन समस्या निवारण के लिए जन चौपाल का आयोजन किया जाता है, जिसके लिए बकायदा समय भी निर्धारित किया गया है, लेकिन अपनी समस्या लेकर दूर दराज से पहुंचे लोगों को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा.

खाली हाथ वापस लौटना पड़ा
सीएम हाउस पहुंचे लोगों का कहना है कि 'वे मुख्यमंत्री से मिलने दूर-दूर से सीएम हाउस पहुंचे थे, लेकिन सीएम हाउस में मौजूद लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया, इतना ही नहीं सीएम हाउस के बाहर ही विधायक लोगों के आवेदनों को ले रहे थे, जिससे लोगों में नाराजगी है.

पढ़ें : 'दंतेवाड़ा में कांग्रेस की साख जा रही है इसलिए मुझे नहीं जाने दे रहे'

सीएम हाउस पहुंचने के बाद भी नहीं मिलने दिया गया
मुख्यमंत्री से मिलने मुंगेली से सावित्री सोनी पहुंची थी, लेकिन उनसे विधायक और अधिकारियों ने भीड़ ज्यादा होने का हवाला देते हुए आवेदन ले लिया, वहीं अमलीडीह से राधा पटेल, दुर्ग से यमुना निषाद, बालोद से गजेंद्र सोनी और भाटापारा से रज्जन सिंह ठाकुर अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे थे.

समय से पहले लोगों को रोक दिया गया
मामले में जब विधायक विकास उपाध्याय से पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा- कि 'उन्हें सीएम ने अपना प्रतिनिधि बनाकर बाहर भेजा है और इसलिए वे इन लोगों से आवेदन ले रहे हैं और इन सभी आवेदनों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे'. अब इसमें सवाल ? ये उठता है कि जब सीएम से मिलने का समय 12 से 2 बजे तक था तो 1 बजे ही क्यों लोगों को रोक दिया गया. इससे लोगों का आरोप है कि खानापूर्ति के लिए चौपाल का आयोजन किया जा रहा है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के निवास में हर बार की तरह इस बार भी जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां प्रदेशभर से लोग अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर सीएम हाउस पहुंचे थे. अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे लोगों को सीएम से मिलने नहीं दिया गया, जिससे लोगों में खासा नाराजगी देखने को मिली है.

सीएम हाउस में जन चौपाल का आयोजन, बिन अर्जी दिए ही वापस लौटे लोग

बता दें कि सीएम हाउस में जन समस्या निवारण के लिए जन चौपाल का आयोजन किया जाता है, जिसके लिए बकायदा समय भी निर्धारित किया गया है, लेकिन अपनी समस्या लेकर दूर दराज से पहुंचे लोगों को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा.

खाली हाथ वापस लौटना पड़ा
सीएम हाउस पहुंचे लोगों का कहना है कि 'वे मुख्यमंत्री से मिलने दूर-दूर से सीएम हाउस पहुंचे थे, लेकिन सीएम हाउस में मौजूद लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया, इतना ही नहीं सीएम हाउस के बाहर ही विधायक लोगों के आवेदनों को ले रहे थे, जिससे लोगों में नाराजगी है.

पढ़ें : 'दंतेवाड़ा में कांग्रेस की साख जा रही है इसलिए मुझे नहीं जाने दे रहे'

सीएम हाउस पहुंचने के बाद भी नहीं मिलने दिया गया
मुख्यमंत्री से मिलने मुंगेली से सावित्री सोनी पहुंची थी, लेकिन उनसे विधायक और अधिकारियों ने भीड़ ज्यादा होने का हवाला देते हुए आवेदन ले लिया, वहीं अमलीडीह से राधा पटेल, दुर्ग से यमुना निषाद, बालोद से गजेंद्र सोनी और भाटापारा से रज्जन सिंह ठाकुर अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे थे.

समय से पहले लोगों को रोक दिया गया
मामले में जब विधायक विकास उपाध्याय से पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा- कि 'उन्हें सीएम ने अपना प्रतिनिधि बनाकर बाहर भेजा है और इसलिए वे इन लोगों से आवेदन ले रहे हैं और इन सभी आवेदनों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे'. अब इसमें सवाल ? ये उठता है कि जब सीएम से मिलने का समय 12 से 2 बजे तक था तो 1 बजे ही क्यों लोगों को रोक दिया गया. इससे लोगों का आरोप है कि खानापूर्ति के लिए चौपाल का आयोजन किया जा रहा है.

Intro:रायपुर। मुख्यमंत्री निवास में हर बार की तरह इस बार भी जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जन चौपाल कार्यक्रम सुबह 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक आयोजित किया गया था जिसमें प्रदेश भर से लोग अपनी अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे




Body:यह लोग सुबह से ही सीएम हाउस के बाहर कतार लगाकर मुख्यमंत्री से मिलने खड़े रहे जिन्हें एक-एक कर मुख्यमंत्री निवास के अंदर भेजा जा रहा था करीब 12:00 बजे के आसपास जन चौपाल कार्यक्रम शुरू हुआ। शुरू में यह क्रम लगातार व्यवस्थित तरीके से जारी था लेकिन 1:00 बजे के आसपास यहां मौजूद लोगों को मुख्यमंत्री निवास में प्रवेश करने से रोक दिया गया

इसके बाद सीएम हाउस के बाहर ही कुछ अधिकारियों की मौजूदगी में विधायक विकास उपाध्याय और विधायक कुलदीप जुनेजा द्वारा सीएम हाउस पहुंचने वाले लोगों का आवेदन लिया जाने लगा जिसका कुछ लोगों के द्वारा विरोध भी किया गया लोगों का कहना था कि वह यहां मुख्यमंत्री को आवेदन देने पहुंचे हैं लेकिन इन लोगों की बातों का असर सीएम हाउस के बाहर मौजूद शासन प्रशासन के लोगों पर नहीं हुआ बाद में मजबूरी में यहां मौजूद लोगों को विधायक विकास उपाध्याय को अपना आवेदन देकर रवाना हो गए।

लोगों का कहना था कि वे लोग मुख्यमंत्री से मिलने दूर-दूर से रायपुर सीएम हाउस पहुंचे हैं लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा है बल्कि सीएम हाउस के बाहर ही विधायक द्वारा उनके आवेदनों को ले लिया जा रहा है

मुंगेली से सावित्री सोनी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची थी लेकिन उनसे विधायक और अधिकारियों ने भीड़ ज्यादा होने का हवाला देते हुए आवेदन ले लिया।
बाइट सावित्री सोनी मुंगेली

इसी तरह आमलीडीह से राधा पटेल भी अपनी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने आई थी उनसे भी विधायक ने बाहरी आवेदन लेकर रवाना कर दिया
वाइट राधा पटेल आमलीडीह

दुर्ग की यमुना निषाद अपने दिव्यांग बेटे जिसे आंख से दिखाई नहीं देता को लेकर मुख्यमंत्री से आर्थिक गुहार लगाने पहुंची थी इनकी शिकायत थी कि उन्हें 2 साल से राशन दुकान से अनाज भी नहीं दिया जा रहा है इसके चलते उन्हें काफी तंगी से गुजरना पड़ रहा है आर्थिक मदद की आस लिए वह मुख्यमंत्री निवास पहुंची थी लेकिन उनका आवेदन भी विधायक के द्वारा ले लिया गया और इनकी मुलाकात भी मुख्यमंत्री से नहीं हो सकी
बाइट यामुना निषाद दुर्ग

बालोद के गजेंद्र सोनी भी अपनी खानदानी जमीन वापस पाने की उम्मीद लिए मुख्यमंत्री से मिलने सीएम हाउस पहुंचे थे गजेंद्र का कहना है कि उनकी खानदानी जमीन को तहसीलदार जे द्वारा फर्जी तरीके से दूसरे के नाम पर कर दिया गया है और यही शिकायत करने वह सीएम के पास पहुंचे थे लेकिन उनका आवेदन बाहर ही विधायक के द्वारा ले लिया गया है
बाइट:- गजेंद्र सोनी बालोद

भाटापारा से रज्जन सिंह ठाकुर भी अपनी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे लेकिन उन्हें भी बाहर से ही आवेदन लेकर चलता किया गया जिस पर रज्जन ने कहा कि वह सुबह से यहां आए हुए हैं और कड़ी धूप में खड़े होकर मुख्यमंत्री से मिलने की आस लगाए हुए थे और यदि मुख्यमंत्री से मिलने देना नहीं था तो इस जन चौपाल कार्यक्रम का मतलब ही क्या है
बाइट रज्जन सोनी भाटापारा

वही जब इस पूरे घटनाक्रम के बारे में विधायक विकास उपाध्याय से बात की गई और पूछा गया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से लोग अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने यहां पहुंचे हुए हैं लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा है बल्कि आपके द्वारा इन लोगों के आवेदन को लिया जा रहे हैं जिसके जवाब में विकास ने कहा कि उन्हें सीएम ने अपना प्रतिनिधि बनाकर बाहर भेजा है और इसलिए वे इन लोगों से आवेदन ले रहे हैं और इन सभी आवेदनों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे।
बाइट विकास उपाध्याय विधायक

जब मुख्यमंत्री निवास के बाहर विकास उपाध्याय और अन्य अधिकारियों के द्वारा आवेदन लिया जा रहा था उस दौरान मुख्यमंत्री निवास के मुख्य गेट पर काफी हंगामेदार स्थिति निर्मित हो गई काफी संख्या में लोग एकत्र थे और हंगामा हो रहा था लोगों का कहना है कि वह प्रदेश के विभिन्न जिलों से दूरदराज से आए हुए हैं और उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा है इस बीच काफी देर तक गहमागहमी चलती रही आखिरकार बाद में इन लोगों को बिना मुख्यमंत्री से मिले ही सीएम हाउस से रवाना कर दिया गया




Conclusion:बता दें कि प्रदेश के दूरदराज से लोग मुख्यमंत्री के पास जन चौपाल में इस उम्मीद से आते हैं कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से होगी मुख्यमंत्री को अपनी समस्या से सीधे अवगत कराएंगे और उम्मीद रहती है कि मुख्यमंत्री उनकी समस्याओं पर तत्काल सहानुभूति पूर्वक निर्णय लेते हुए समस्या दूर करेंगे लेकिन जिस तरह से आज मुख्यमंत्री निवास के बाहर ही लोगों को रोककर आवेदन लेकर खानापूर्ति की गई है इससे जन चौपाल कार्यक्रम शुरू करने का उद्देश्य पूरा होता नजर नहीं आ रहा है
Last Updated : Sep 19, 2019, 12:40 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.