रायपुर: बीजापुर के सारकेगुड़ा में हुई मुठभेड़ को लेकर आई न्यायिक जांच की रिपोर्ट का मामला सोमवार को विधानसभा में छाया रहा. प्रश्नकाल के बाद विपक्ष ने सरकेगुड़ा न्यायिक जांच रिपोर्ट लीक होने के मामले पर जमकर हंगामा किया. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सारकेगुड़ा की रिपोर्ट लीक हो जाना विधानसभा की अवमानना है. सदन के सदस्यों के विशेषाधिकार का हनन है.
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दरअसल, 28 जून 2012 को सारकेगुड़ा में हुई मुठभेड़ की न्यायिक जांच रिपोर्ट मामले में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने चर्चा की मांग की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में सरकेगुड़ा मुठभेड़ की जांच रिपोर्ट रखी. वहीं सारकेगुड़ा जांच रिपोर्ट मीडिया में लीक होने पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया.
'आदिवासियों को जबरिया मार दिया'
मामले में नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि रिपोर्ट लीक होना दुःखद है. वहीं कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर में पिछली सरकार में आदिवासियों को मारा गया है. ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें निर्दोष आदिवासियों को जबरिया मार दिया गया.