कोरबा: नगर पालिका निगम कोरबा के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी जीत है. संजू देवी राजपूत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की उषा तिवारी को 48116 मतों से हराया.
संजू देवी राजपूत की बड़ी जीत: संजू देवी राजपूत को कुल मिलाकर 93 हजार 587 वोट मिले जबकि उषा तिवारी को 45 हजार 471 वोट प्राप्त हुए. जीत के बाद नवनिर्वाचित संजू देवी राजपूत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और कहा कि उन्हें पहले से ही एक तरफा जीत की उम्मीद थी. अब जनता के काम को आगे बढ़ाना प्राथमिकता होगी.
"चुनाव के दौरान किसी ने नहीं कहा कांटे की टक्कर": चुनाव के दौरान ऐसा माना जा रहा था कि बीजेपी और कांग्रेस की दो महिला नेताओं के बीच कांटे की टक्कर होगी. इस सवाल के जवाब में संजू ने कहा कि किसी ने भी मुझे यह कभी नहीं कहा कि कांटे की टक्कर है, मुझे पहले से ही एक तरफा जीत की उम्मीद थी. हमारे एक-एक कार्यकर्ता काफी कर्मठ हैं, और हमने वैसा ही काम भी किया.
"पूर्व के काम को देखकर जनता ने दिया वोट": जीत का सबसे बड़ा कारण क्या रहा है, इस प्रश्न के जवाब में संजू देवी ने कहा कि हमारे काम को देखकर जनता ने वोट किया है. हमारे पूर्व के महापौर जोगेश लंबा और लखनलाल देवांगन ने जो काम किया था, उसके आधार पर जनता ने हमें वोट दिया. पिछले 10 सालों से निगम में कांग्रेस का राज था. इस दौरान कोई विकास कार्य नहीं हुए थे. कांग्रेस के भ्रष्ट महापौर बैठे थे.
"जनता और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर करेंगे काम" : जीत के बाद प्राथमिकता के प्रश्न पर संजू ने कहा कि ''हम जनता और कार्यकर्ता के साथ मिलकर काम करेंगे. जनता से पूछकर उनके काम करेंगे. जो भी जनता की समस्या होगी, उनका समाधान करने का प्रयास करेंगे. जनता के सभी रुके हुए कार्यों को पूरा करेंगे. हमारे 45 से अधिक पार्षद भी जीत कर आ रहे हैं.''