रायपुर: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने भी हिस्सा लिया.वैसे तो स्कूलों में हफ्ते में 2 से 3 दिन योगा क्लासेस होती है. वहीं बहुत कम बच्चे हैं.जो रोजाना योगा करते हैं. इनमें से कुछ बच्चे ऐसे भी थे. जो रोजाना योगा करते है. इन्हीं बच्चों से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की.इसमें से एक बच्चे का कहना था कि वह हफ्ते में 3 दिन योगा करता है. लेकिन रोजाना डिनर के बाद वज्रासन करता है. वज्रासन करने से उसे उसका डाइजेशन सिस्टम बहुत अच्छी तरह से वर्क करता है. दूसरे बच्चे ने कहा योगाभ्यास में वह शीर्षासन, प्राणायाम, कपालभांति, बटरफ्लाई, अनुलोम विलोम जैसे कई आसन करता है.
स्कूली बच्चों ने जाना योगा का महत्व : सभी बच्चे मंच के नीचे आसन बिछाकर कमांड के अनुसार योगासन कर रहे थे. बच्चे योगासन में काफी मग्न दिखाई दिए. उन्होंने जाना कि योगा से शरीर को क्या फायदा होता है. इसके अतिरिक्त उन्होंने ओम चांटिंग के महत्व को भी समझा. योगा दिवस पर सभी के लिए योगा जीवन में कितना जरूरी है इस विषय पर योगा टीचर्स ने लोगों को जागरुक किया.
योगा कार्यक्रम में शामिल हुए अफसर और जनप्रतिनिधि : इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के साथ सरपंच, वार्ड पार्षद, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, स्थानीय समुदाय के जनप्रतिनिधि सामाजिक संगठन, उभय लिंगी वृद्धा आश्रम, बाल आश्रम से जुड़े कई लोग शामिल हुए.