रायपुर: छत्तीसगढ़ में आम लोगों और उच्च जोखिम वाले वर्गों में कोरोना संक्रमण के विरुद्ध रोग प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाने के लिए किए जा रहे सीरो सर्विलांस के लिए शुक्रवार को दूसरे दिन आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) की टीम ने 727 सैंपल संकलित किए हैं. टीम ने राजधानी रायपुर से 258, दुर्ग से 252 और राजनांदगांव से 217 सैंपल एकत्र किए हैं.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ आईसीएमआर के विशेषज्ञों से प्रदेश में सीरो सर्विलांस करा रहा है. इसकी रिपोर्ट से प्रदेश में कोरोना संक्रमण से निपटने की प्रभावी रणनीति तैयार करने में मदद मिल सकेगी. साथ ही मरीजों में कोरोना संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता का भी अंदाजा लगाया जा सकेगा.
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यहां से लिए गए सैंपल
ICMR की टीम ने शुक्रवार को रायपुर जिले के अड़सेना और सांकरा में 40-40 परिवारों से सैंपल लिए. टीम ने दोनों गांवों में उच्च जोखिम समूहों के कुल 178 सैंपल संकलित किए हैं. ठीक इसी तरह दुर्ग जिले के मोतीपुर, सेलूद और खर्रा में ग्रामीणों के 40-40 सैंपल और इन तीनों गांवों से ज्यादा जोखिम वर्ग के कुल 132 सैंपल संकलित किए गए. वहीं राजनांदगांव जिले के रांका, मुरमुंदा और मेधा गांव से लोगों के 40-40 सैंपल लेने के साथ ही इन तीनों गांवों से उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के कुल 97 सैंपल लिए गए हैं.
शनिवार को यहां पहुंचेगी टीम
आईसीएमआर की टीम ने सीरो सर्विलांस के पहले दिन 17 सितंबर को रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव के अलग-अलग गांवों से कुल 692 सैंपल संकलित किए थे. इनमें दोनों वर्गों को मिलाकर रायपुर जिले के 211, दुर्ग के 244 और राजनांदगांव के 237 सैंपल शामिल हैं. टीम 19 सितम्बर को मुंगेली, बिलासपुर और जांजगीर-चांपा जिलों में सैंपल संकलित करेगी.