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Shubh muhurt 2023 : हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का महत्व

हिंदू धर्म में पूजा के साथ शुभ मुहूर्त का भी बहुत बड़ा योगदान है. किस घड़ी में कौन सा कार्य करना चाहिए इसके लिए मुहूर्त का होना बहुत जरुरी है. बिना शुभ मुहूर्त के किए गए कार्य फलदायी नहीं होते हैं.

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Published : Mar 9, 2023, 8:18 PM IST

Importance of auspicious time in Hinduism
हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का महत्व

रायपुर : कोई भी शुभ कार्य करने के पहले अच्छे मुहूर्त का होना आवश्यक है. जिस तरह से अच्छे मुहूर्त में किया गया.कोई भी कार्य फलित होता है. इसलिए विधि विधान पूर्वक पूजा-पाठ यज्ञ और ध्यान के उपरांत ही कोई भी शुभ कार्य को प्रारंभ करना चाहिए. जिससे वह कार्य हमें सिद्ध हो और उसका फल हमारे लिए अनुकूल होते हैं. अशुभ मुहूर्त में किया गया शुभ कार्य भी उल्टे परिणाम प्रदान करता है. इसलिए हमें शुभ मुहूर्त में विधि-विधान पूर्वक समस्त नियमों का पालन करते हुए कार्यों को शुरु करना चाहिए. विवाह, गृह प्रवेश, रजिस्ट्री, नए वाहन, उपनयन और मकान का पुनरुद्धार हेतु मुंडन, यंत्र विस्थापन, वाणिज्य आरंभ के लिए मार्च महीने में कई तरह के मुहूर्त है





कौन से दिन कौन सा शुभ मुहूर्त : ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "उपनयन संस्कार हेतु 9 मार्च गुरुवार का दिन शुभ है. इसी तरह गृह प्रवेश के लिए 9 मार्च 10 मार्च पवित्र है. मकान रिनोवेट और मकान निर्माण हेतु 1 मार्च 3 मार्च 4 मार्च और 9 मार्च का मुहूर्त शुद्ध माना गया है. वाहन खरीदने हेतु 9 मार्च गुरुवार का दिन शुभ है. यंत्र स्थापन हेतु 3 मार्च 5 मार्च और 10 मार्च का दिन शुभ है. मुंडन संस्कार के लिए 9 मार्च का दिन शुभ माना गया है."


ये भी पढ़ें- होली के दूसरे दिन क्यों मनाया जाता है भाईदूज का पर्व

नया व्यापार शुरु करने के लिए मुहूर्त :ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि " व्यापार शुरु करने के लिए 9 मार्च का दिन शुभ है. इसी तरह 12 मार्च को रंगपंचमी के शुभ मुहूर्त में भी गृह प्रवेश किया जा सकता है. 20 मार्च सोमवार के दिन विशेष पूजा पाठ करके गर्भाधान, संस्कार, पुंसवन संस्कार आदि किए जा सकते हैं. गृह प्रवेश करते समय यह ध्यान रखें कि पूजा शुद्ध मन से हो सात्विक लोगों के साथ हो इसी तरह अच्छी नियत और सकारात्मक चिंतन करते हुए पूजा पाठ करना चाहिए. गृह प्रवेश में नाग नागिन का जोड़ा, कछुआ को विधानपूर्वक जमीन में गाड़ दिया जाना चाहिए."

हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का महत्व

रायपुर : कोई भी शुभ कार्य करने के पहले अच्छे मुहूर्त का होना आवश्यक है. जिस तरह से अच्छे मुहूर्त में किया गया.कोई भी कार्य फलित होता है. इसलिए विधि विधान पूर्वक पूजा-पाठ यज्ञ और ध्यान के उपरांत ही कोई भी शुभ कार्य को प्रारंभ करना चाहिए. जिससे वह कार्य हमें सिद्ध हो और उसका फल हमारे लिए अनुकूल होते हैं. अशुभ मुहूर्त में किया गया शुभ कार्य भी उल्टे परिणाम प्रदान करता है. इसलिए हमें शुभ मुहूर्त में विधि-विधान पूर्वक समस्त नियमों का पालन करते हुए कार्यों को शुरु करना चाहिए. विवाह, गृह प्रवेश, रजिस्ट्री, नए वाहन, उपनयन और मकान का पुनरुद्धार हेतु मुंडन, यंत्र विस्थापन, वाणिज्य आरंभ के लिए मार्च महीने में कई तरह के मुहूर्त है





कौन से दिन कौन सा शुभ मुहूर्त : ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "उपनयन संस्कार हेतु 9 मार्च गुरुवार का दिन शुभ है. इसी तरह गृह प्रवेश के लिए 9 मार्च 10 मार्च पवित्र है. मकान रिनोवेट और मकान निर्माण हेतु 1 मार्च 3 मार्च 4 मार्च और 9 मार्च का मुहूर्त शुद्ध माना गया है. वाहन खरीदने हेतु 9 मार्च गुरुवार का दिन शुभ है. यंत्र स्थापन हेतु 3 मार्च 5 मार्च और 10 मार्च का दिन शुभ है. मुंडन संस्कार के लिए 9 मार्च का दिन शुभ माना गया है."


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नया व्यापार शुरु करने के लिए मुहूर्त :ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि " व्यापार शुरु करने के लिए 9 मार्च का दिन शुभ है. इसी तरह 12 मार्च को रंगपंचमी के शुभ मुहूर्त में भी गृह प्रवेश किया जा सकता है. 20 मार्च सोमवार के दिन विशेष पूजा पाठ करके गर्भाधान, संस्कार, पुंसवन संस्कार आदि किए जा सकते हैं. गृह प्रवेश करते समय यह ध्यान रखें कि पूजा शुद्ध मन से हो सात्विक लोगों के साथ हो इसी तरह अच्छी नियत और सकारात्मक चिंतन करते हुए पूजा पाठ करना चाहिए. गृह प्रवेश में नाग नागिन का जोड़ा, कछुआ को विधानपूर्वक जमीन में गाड़ दिया जाना चाहिए."

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