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रेलवे अधिकारी की जानकारी में पार्किंग में चल रहा अवैध वसूली का कारोबार !

रायपुर रेलवे स्टेशन में (Raipur Railway Station) स्थित टू व्हीलर पार्किंग (two wheeler parking) में अवैध वसूली का मामला सामने आया है. यहां गाड़ी पार्क करने वालों को न तो कोई पर्ची दी जाती है, और न ही किसी तरह का टोकन. ETV भारत ने जब इस मामले को लेकर बात की तो ये पता चला की 'ये सब रेलवे अधिकारी की जानकारी में चल रहा है'.

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Published : Jul 2, 2021, 11:06 PM IST

illegal recovery in raipur railway station
रायपुर रेलवे स्टेशन पार्किंग में अवैध वसूली

रायपुर: रायपुर रेलवे स्टेशन (Raipur Railway Station) स्थित टू व्हीलर पार्किंग (two wheeler parking) अवैध वसूली का अड्डा बनता जा रहा है. यहां गाड़ी पार्क करने वालों को न तो कोई पर्ची दी जाती है, और न ही किसी तरह का टोकन. जिससे ये पता चल सके कि यात्रियों ने यहां पर गाड़ी पार्क की है. इस तरह से पार्किंग प्रबंधन अवैध वसूली कर रहा है. ETV भारत ने जब इस मामले को लेकर बात की तो ये पता चला की 'ये सब रेलवे अधिकारी की जानकारी में चल रहा है'. ये बात भी सामने आ रही है कि रेलवे द्वारा टू व्हीलर पार्किंग का दिया गया ठेका खत्म हो गया है. लेकिन रेल प्रशासन और ठेकेदार का कहना है कि ये ठेका लगातार जारी है.

11 मई 2021 को खत्म हो चुका है ठेका

पार्किंग स्थल के बाहर लगे बोर्ड में ठेका दिए जाने की तारीख पार्किंग का किराया सहित अन्य जानकारी लिखी गई है. बोर्ड पर ठेकेदार का नाम मोहम्मद आसिफ मेमन लिखा है. ठेके की अवधि 12 मई 2018 से 11 मई 2021 तक की लिखी गई है. यानी की ये ठेका 11 मई 2021 को खत्म हो गया है. लेकिन इसके बावजूद यहां पर पार्किंग में पैसे लिए जा रहे हैं. यदि इस ठेके का रिन्यूवल किया गया है तो बोर्ड पर उसका उल्लेख क्यों नहीं किया गया ?

36 घंटे की पार्किंग के लिए 30 रुपये की जगह वसूले जाते हैं 58 रुपये

पार्किंग स्थल के बाहर रखें बोर्ड के मुताबिक बाइक का किराया पहले 12 घंटे के लिए 5 रुपये, उसके बाद 12 से 24 घंटे के लिए 10 रुपये और 24 से अगले 12 घंटे के लिए क्रमश: 15-15 रुपये लिया जाना है. इस हिसाब से यदि किसी ने 36 घंटे के लिए गाड़ी पार्क की तो उसे महज 30 रुपये देना होगा. लेकिन पार्किंग कर्मी उससे 58 रुपये की राशि वसूल करते हैं. उदाहरण के तौर पर यदि कोई गाड़ी 36 घंटे के लिए खड़ी की गई है तो उससे 10 रुपये पहले और बाद में 48 रुपये लिए जाते हैं. इस तरह 36 घंटे के लिए वाहन पार्क करने वाले से 58 रुपये पार्किंग कर्मियों द्वारा वसूला जाता है.

नहीं मिलती कोई पर्ची

रायपुर रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म की तरफ स्थित टू-व्हीलर पार्किंग में रोज सैकड़ों वाहन पार्क किए जाते हैं. जो 2-4 घंटे से लेकर कई दिनों तक वाहन खड़े रहते हैं. लेकिन वाहन पार्क करने वाले लोगों को कोई पर्ची नहीं दी जाती न ही कोई टोकन. जिससे इस बात का पता चल सके कि उन्होंने अपनी गाड़ी पार्क की है.

रजिस्टर पर दर्ज होती है जानकारी

पार्किंग में तैनात कर्मचारियों के द्वारा वहां गाड़ी पार्क करने पहुंचने वालों से गाड़ी का नंबर पूछकर एक रजिस्टर में लिखा जाता है. साथ ही उसके बाजू में गाड़ी पार्क करने का समय भी लिख दिया जाता है. इसके बाद हर गाड़ी पार्क करने वाले से 10 रुपये जमा करा लिए जाते हैं. जब कोई गाड़ी पार्क करने की पर्ची मांगता है तो उसे कहा जाता है कि वह इस रजिस्टर की फोटो ले ले और जब भी वह गाड़ी लेने आए तो उसे दिखा देंगे. चाहे फिर वह एक-दो दिन बाद हो या फिर महीनों बाद ही क्यों न वापस लौटे.

पेंड्रा में अवैध वसूली पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने दिया जांच का आश्वासन

जब ठेका छोड़ रहा हूं तो रिन्यू क्यों करवाऊं : ठेकेदार

पार्किंग ठेकेदार मोहम्मद आसिफ मेमन से मोबाइल पर बात की गई और पूछा गया कि उनके द्वारा वाहन पार्क करने वालों को कोई पर्ची या फिर टोकन क्यों नहीं दिया जा रहा है. तो उन्होंने कहा कि 'मैं ठेका छोड़ने वाला हूं'. जब उनसे पूछा गया है कि वर्तमान में आपके पास ठेका है या नहीं, या आपने रिन्यूअल करवाया है कि नहीं. तो उनका कहना था कि 'जब मैं ठेका छोड़ रहा हूं तो रिन्यूअल क्यों कराउंगा'.

वाहन पार्क करने वालों को दी जाती है कंप्यूटराइज पर्ची

ठेकेदार से जब पार्क करने वालों को पर्ची न देने को लेकर सवाल किया गया तो उसने कहा कि वाहन पार्क करने वालों को कंप्यूटराइज पर्ची देनी है. कंप्यूटर सिस्टम खराब है. उसे सुधारने में लगभग एक लाख का खर्चा आ रहा है. 'जब मैं ठेका छोड़ ही रहा हूं , इसलिए उसे ठीक नहीं कराउंगा.'

रकम निकालना है मुश्किल: ठेकेदार

ठेकेदार ने बताया कि लगभग 15-16 लाख रुपए का ठेका हो रहा है और वर्तमान में पार्किंग में पहले की तरह वाहन नहीं आ रहे हैं. इतना पैसा निकाल पाना मुश्किल है. इसलिए पार्किंग का ठेका छोड़ रहा हूं.

पार्किंग का दिया गया है ठेका : सीनियर डीसीएम

वही जब इस पूरे मामले को लेकर रायपुर रेल मंडल (Raipur Railway Division) के सीनियर डीसीएम डॉ. विपिन वैष्णव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन में टू व्हीलर पार्किंग का ठेका दिया गया है.

बिना पर्ची पैसे वसूलने की है जानकारी, उन्हें करता हूं सीधा : सीनियर डीसीएम

इस पूरे मामले में सीनियर डीसीएम ने कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने कहा कि जो नियम तोड़ रहे हैं उन्हें सीधा किया जाएगा.

रायपुर: रायपुर रेलवे स्टेशन (Raipur Railway Station) स्थित टू व्हीलर पार्किंग (two wheeler parking) अवैध वसूली का अड्डा बनता जा रहा है. यहां गाड़ी पार्क करने वालों को न तो कोई पर्ची दी जाती है, और न ही किसी तरह का टोकन. जिससे ये पता चल सके कि यात्रियों ने यहां पर गाड़ी पार्क की है. इस तरह से पार्किंग प्रबंधन अवैध वसूली कर रहा है. ETV भारत ने जब इस मामले को लेकर बात की तो ये पता चला की 'ये सब रेलवे अधिकारी की जानकारी में चल रहा है'. ये बात भी सामने आ रही है कि रेलवे द्वारा टू व्हीलर पार्किंग का दिया गया ठेका खत्म हो गया है. लेकिन रेल प्रशासन और ठेकेदार का कहना है कि ये ठेका लगातार जारी है.

11 मई 2021 को खत्म हो चुका है ठेका

पार्किंग स्थल के बाहर लगे बोर्ड में ठेका दिए जाने की तारीख पार्किंग का किराया सहित अन्य जानकारी लिखी गई है. बोर्ड पर ठेकेदार का नाम मोहम्मद आसिफ मेमन लिखा है. ठेके की अवधि 12 मई 2018 से 11 मई 2021 तक की लिखी गई है. यानी की ये ठेका 11 मई 2021 को खत्म हो गया है. लेकिन इसके बावजूद यहां पर पार्किंग में पैसे लिए जा रहे हैं. यदि इस ठेके का रिन्यूवल किया गया है तो बोर्ड पर उसका उल्लेख क्यों नहीं किया गया ?

36 घंटे की पार्किंग के लिए 30 रुपये की जगह वसूले जाते हैं 58 रुपये

पार्किंग स्थल के बाहर रखें बोर्ड के मुताबिक बाइक का किराया पहले 12 घंटे के लिए 5 रुपये, उसके बाद 12 से 24 घंटे के लिए 10 रुपये और 24 से अगले 12 घंटे के लिए क्रमश: 15-15 रुपये लिया जाना है. इस हिसाब से यदि किसी ने 36 घंटे के लिए गाड़ी पार्क की तो उसे महज 30 रुपये देना होगा. लेकिन पार्किंग कर्मी उससे 58 रुपये की राशि वसूल करते हैं. उदाहरण के तौर पर यदि कोई गाड़ी 36 घंटे के लिए खड़ी की गई है तो उससे 10 रुपये पहले और बाद में 48 रुपये लिए जाते हैं. इस तरह 36 घंटे के लिए वाहन पार्क करने वाले से 58 रुपये पार्किंग कर्मियों द्वारा वसूला जाता है.

नहीं मिलती कोई पर्ची

रायपुर रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म की तरफ स्थित टू-व्हीलर पार्किंग में रोज सैकड़ों वाहन पार्क किए जाते हैं. जो 2-4 घंटे से लेकर कई दिनों तक वाहन खड़े रहते हैं. लेकिन वाहन पार्क करने वाले लोगों को कोई पर्ची नहीं दी जाती न ही कोई टोकन. जिससे इस बात का पता चल सके कि उन्होंने अपनी गाड़ी पार्क की है.

रजिस्टर पर दर्ज होती है जानकारी

पार्किंग में तैनात कर्मचारियों के द्वारा वहां गाड़ी पार्क करने पहुंचने वालों से गाड़ी का नंबर पूछकर एक रजिस्टर में लिखा जाता है. साथ ही उसके बाजू में गाड़ी पार्क करने का समय भी लिख दिया जाता है. इसके बाद हर गाड़ी पार्क करने वाले से 10 रुपये जमा करा लिए जाते हैं. जब कोई गाड़ी पार्क करने की पर्ची मांगता है तो उसे कहा जाता है कि वह इस रजिस्टर की फोटो ले ले और जब भी वह गाड़ी लेने आए तो उसे दिखा देंगे. चाहे फिर वह एक-दो दिन बाद हो या फिर महीनों बाद ही क्यों न वापस लौटे.

पेंड्रा में अवैध वसूली पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने दिया जांच का आश्वासन

जब ठेका छोड़ रहा हूं तो रिन्यू क्यों करवाऊं : ठेकेदार

पार्किंग ठेकेदार मोहम्मद आसिफ मेमन से मोबाइल पर बात की गई और पूछा गया कि उनके द्वारा वाहन पार्क करने वालों को कोई पर्ची या फिर टोकन क्यों नहीं दिया जा रहा है. तो उन्होंने कहा कि 'मैं ठेका छोड़ने वाला हूं'. जब उनसे पूछा गया है कि वर्तमान में आपके पास ठेका है या नहीं, या आपने रिन्यूअल करवाया है कि नहीं. तो उनका कहना था कि 'जब मैं ठेका छोड़ रहा हूं तो रिन्यूअल क्यों कराउंगा'.

वाहन पार्क करने वालों को दी जाती है कंप्यूटराइज पर्ची

ठेकेदार से जब पार्क करने वालों को पर्ची न देने को लेकर सवाल किया गया तो उसने कहा कि वाहन पार्क करने वालों को कंप्यूटराइज पर्ची देनी है. कंप्यूटर सिस्टम खराब है. उसे सुधारने में लगभग एक लाख का खर्चा आ रहा है. 'जब मैं ठेका छोड़ ही रहा हूं , इसलिए उसे ठीक नहीं कराउंगा.'

रकम निकालना है मुश्किल: ठेकेदार

ठेकेदार ने बताया कि लगभग 15-16 लाख रुपए का ठेका हो रहा है और वर्तमान में पार्किंग में पहले की तरह वाहन नहीं आ रहे हैं. इतना पैसा निकाल पाना मुश्किल है. इसलिए पार्किंग का ठेका छोड़ रहा हूं.

पार्किंग का दिया गया है ठेका : सीनियर डीसीएम

वही जब इस पूरे मामले को लेकर रायपुर रेल मंडल (Raipur Railway Division) के सीनियर डीसीएम डॉ. विपिन वैष्णव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन में टू व्हीलर पार्किंग का ठेका दिया गया है.

बिना पर्ची पैसे वसूलने की है जानकारी, उन्हें करता हूं सीधा : सीनियर डीसीएम

इस पूरे मामले में सीनियर डीसीएम ने कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने कहा कि जो नियम तोड़ रहे हैं उन्हें सीधा किया जाएगा.

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