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कोविड-19: इस मुश्किल दौर में मनोवैज्ञानिक डॉ. जेसी अजवानी बता रहे मन को शांत रखने के टिप्स

कोरोना से लगभग हर व्यक्ति परेशान है. या यूं कहें कि लोग डर के साये में जी रहे हैं. इस डर के कारण और लगातार घरों में रहने से लोग डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं. ऐसे में मनोवैज्ञानिक डॉ. जेसी अजवानी ने डिप्रेशन से बचने और लॉकडाउन का पूरा यूज करने के कुछ टिप्स बताए हैं.

jc ajvani
जेसी अजवानी
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Published : Jul 28, 2020, 6:21 PM IST

Updated : Jul 28, 2020, 6:55 PM IST

रायपुर: देश में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. देश में 14 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. वहीं अब छत्तीसगढ़ में भी लगातार संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. पिछले एक हफ्ते में ही राजधानी में 800 के करीब कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस मरीजों के आंकड़े से लोगों में घबराहट की स्थिति भी बढ़ती जा रही है, जिससे लोग डिप्रेशन और दूसरी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. इस दौरान कई लोगों के सुसाइड के मामले में भी सामने आए हैं.

मनोवैज्ञानिक डॉ. जेसी अजवानी से खास बात

महामारी के इस दौर में अपने दिमाग को कैसे शांत रखें और कैसे इस महामारी से बचने की कोशिश करें ये मनोवैज्ञानिक डॉ. जेसी अजवानी ने बताया है.

पढ़ें: कोरोना को मात देकर लौटे पुरानी बस्ती के वॉरियर राजेश सिंह, अब लोगों को कर रहे हैं जागरूक

परिवार के साथ रहने से डिप्रेशन में कमी

डॉक्टर जेसी अजवानी ने बताया कि लगातार पूरे देश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. छत्तीसगढ़ में भी लगातार आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी रायपुर की बात करें तो यहां भी अब इस आंकड़े में वृद्धि होने लगी है. ऐसे में लोगों को अपना बहुत ध्यान रखना चाहिए और अपने परिवार के साथ वक्त गुजारना चाहिए. इस दौरान जितना परिवार के साथ रहेंगे डिप्रेशन का स्तर उतना ही कम होगा. अधिकतर लोग अकेलापन महसूस करने की वजह से ही डिप्रेशन में चल जाते हैं और सुसाइड जैसी गलत कदम उठाते हैं. परिवार के लोगों के साथ बात करने से घबराहट कम होती है. अजवानी ने बताया कि परिवार के साथ बातें शेयर करने और ज्यादा से ज्यादा वक्त परिवार को देने से काफी हद तक डिप्रेशन से बचा जा सकता है.

पढ़ें: रायपुर: आमानाका के कुकुरबेड़ा क्षेत्र में एक साथ मिले 15 कोरोना संक्रमित

पैशन को पूरा करने का समय

डॉक्टर जेसी अजवानी ने बताया कि लोग घरों में पैनिक महसूस कर रहे हैं. इससे उभरने का सबसे अच्छा उपाय है कि लोग अपने पैशन को वक्त दें और अपनी जिंदगी को लक्ष्य दें. इससे लोगों को अपनी इच्छा अनुसार काम करने में मदद मिलेगी और लोग खुश रह पाएंगे. लॉकडाउन बहुत अच्छा समय है जब आप अपने पैशन को वक्त दे सकते हैं. कई ऐसे लोग हैं जो लॉकडाउन के वक्त घरों में खाना बना रहे हैं, तो कुछ लोग इनोवेटिव कर रहे हैं. ऐसी चीजें करते रहने से घर में बोरियत महसूस नहीं होती है. कामों में उलझे रहने के कारण डिप्रेशन का शिकार भी नहीं होते हैं.

पढ़ें: कोरोना से जंग: छग में स्वास्थ्य विभाग के 2100 पदों पर नियमित और 3449 पदों पर संविदा भर्ती

प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा कोरोना

बता दें, छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है. राजधानी रायपुर में भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है. राजधानी में कुल एक्टिव केस की संख्या 1,343 हो गई है. राजधानी रायपुर का लगभग 90 प्रतिशत एरिया कोरोना की चपेट में आ चुका है. कोरोना के बढ़ रहे केस के बाद शासन ने प्रदेश में 22 जून से 1 हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया है. जिसे बढ़ाकर अब 6 अगस्त तक कर दिया गया है.

रायपुर: देश में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. देश में 14 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. वहीं अब छत्तीसगढ़ में भी लगातार संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. पिछले एक हफ्ते में ही राजधानी में 800 के करीब कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस मरीजों के आंकड़े से लोगों में घबराहट की स्थिति भी बढ़ती जा रही है, जिससे लोग डिप्रेशन और दूसरी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. इस दौरान कई लोगों के सुसाइड के मामले में भी सामने आए हैं.

मनोवैज्ञानिक डॉ. जेसी अजवानी से खास बात

महामारी के इस दौर में अपने दिमाग को कैसे शांत रखें और कैसे इस महामारी से बचने की कोशिश करें ये मनोवैज्ञानिक डॉ. जेसी अजवानी ने बताया है.

पढ़ें: कोरोना को मात देकर लौटे पुरानी बस्ती के वॉरियर राजेश सिंह, अब लोगों को कर रहे हैं जागरूक

परिवार के साथ रहने से डिप्रेशन में कमी

डॉक्टर जेसी अजवानी ने बताया कि लगातार पूरे देश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. छत्तीसगढ़ में भी लगातार आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी रायपुर की बात करें तो यहां भी अब इस आंकड़े में वृद्धि होने लगी है. ऐसे में लोगों को अपना बहुत ध्यान रखना चाहिए और अपने परिवार के साथ वक्त गुजारना चाहिए. इस दौरान जितना परिवार के साथ रहेंगे डिप्रेशन का स्तर उतना ही कम होगा. अधिकतर लोग अकेलापन महसूस करने की वजह से ही डिप्रेशन में चल जाते हैं और सुसाइड जैसी गलत कदम उठाते हैं. परिवार के लोगों के साथ बात करने से घबराहट कम होती है. अजवानी ने बताया कि परिवार के साथ बातें शेयर करने और ज्यादा से ज्यादा वक्त परिवार को देने से काफी हद तक डिप्रेशन से बचा जा सकता है.

पढ़ें: रायपुर: आमानाका के कुकुरबेड़ा क्षेत्र में एक साथ मिले 15 कोरोना संक्रमित

पैशन को पूरा करने का समय

डॉक्टर जेसी अजवानी ने बताया कि लोग घरों में पैनिक महसूस कर रहे हैं. इससे उभरने का सबसे अच्छा उपाय है कि लोग अपने पैशन को वक्त दें और अपनी जिंदगी को लक्ष्य दें. इससे लोगों को अपनी इच्छा अनुसार काम करने में मदद मिलेगी और लोग खुश रह पाएंगे. लॉकडाउन बहुत अच्छा समय है जब आप अपने पैशन को वक्त दे सकते हैं. कई ऐसे लोग हैं जो लॉकडाउन के वक्त घरों में खाना बना रहे हैं, तो कुछ लोग इनोवेटिव कर रहे हैं. ऐसी चीजें करते रहने से घर में बोरियत महसूस नहीं होती है. कामों में उलझे रहने के कारण डिप्रेशन का शिकार भी नहीं होते हैं.

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प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा कोरोना

बता दें, छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है. राजधानी रायपुर में भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है. राजधानी में कुल एक्टिव केस की संख्या 1,343 हो गई है. राजधानी रायपुर का लगभग 90 प्रतिशत एरिया कोरोना की चपेट में आ चुका है. कोरोना के बढ़ रहे केस के बाद शासन ने प्रदेश में 22 जून से 1 हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया है. जिसे बढ़ाकर अब 6 अगस्त तक कर दिया गया है.

Last Updated : Jul 28, 2020, 6:55 PM IST
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