रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन की घोषणा की है. ऐसे में स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, मॉल, सिनेमाघर, फैक्ट्रियां समेत ऐसी हर जगह बंद है, जहां लोग इकट्ठा हो सकें. स्कूल-कॉलेजों के बंद होने से बच्चों को घर पर रखना सभी के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है. लॉकडाउन में बच्चे न बाहर खेलने जा सकते हैं और न ही दोस्तों से मिल सकते हैं. सारा दिन घर पर रहकर समय बिताना बच्चों और उनके परिजनों के लिए समस्या बन गया है.
इस समय बच्चे घर में बैठे-बैठे बोर होने लगे हैं. अब वे अपनी बोरियत को दूर करने के लिए इंडोर गेम्स में रुचि लेने लगे हैं. कॉलेज के छात्र भी इन गेम्स का घर बैठे आनंद उठा रहे हैं. ETV भारत की टीम ने बच्चों और युवाओं से लॉकडाउन के दौरान उनकी दिनचर्या में हुए बदलाव के विषय में जाना.
टीवी और मोबाइल से हो गए बोर
राजधानी रायपुर में रहने वाली श्रुति झा ने बताया कि टीवी और मोबाइल से अब वे बोर हो जाती हैं, इसलिए कैरम और लूडो खेलकर अपना समय बिता रही हैं. ऐसे ही शुभम झा बताते हैं कि वे अपने परिवार के साथ दिनभर कैरम और मोबाइल पर लूडो खेलते हैं, इसके साथ ही वे शतरंज भी खेल रहे हैं.
जिम बंद होने से घर पर हो रही कसरत
जिम, योगा और फिटनेस सेंटर के बंद होने से युवा घर पर की कसरत कर अपनी सेहत बना रहे हैं. राजधानी के प्रश्रय शर्मा बताते हैं कि जिम बंद होने की वजह से उन्होंने घर को ही जिम बना लिया है और यहीं एक्सरसाइज कर रहे हैं. उन्होंने पूरे हफ्ते का टाइम टेबल बना लिया है और उसके अनुसार ही व्यायाम करते हैं. अभिजीत बताते हैं कि वे बोरियत दूर करने के लिए सभी पुराने इंडोर गेम्स खेलकर समय बिता रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से वे इंटरनेट के जरिए नई-नई रेसिपी सीखकर खाना भी बना रहे हैं. इसके साथ ही वे खुद को फिट रखने के लिए घर पर ही व्यायाम भी करते हैं.
लॉकडाउन के समय पूरा भारत घर में है. लोग सोशल मीडिया पर कभी कुकिंग तो कभी कसरत के वीडियो लोगों से साझा कर रहे हैं. कई मंत्री, नेता और टीवी-फिल्म के कलाकार भी लोगों से अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. महामारी के समय इतने दिनों तक घर पर रहना सभी के लिए मुश्किल है, लेकिन लॉकडाउन का समर्थन करने के लिए सभी घर पर रहकर अपना योगदान दे रहे हैं.