रायपुर: राजधानी रायपुर में कोरोना संक्रमण ने कोहराम मचाया हुआ है. कोरोना की रोकथाम और मरीजों की समय पर मदद स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है. इधर रायपुर जिला प्रशासन के एडीएम विनीत नंदनवार के नेतृत्व में होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम कोरोना मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है. यहां किसी भी समय चाहे वह आधी रात ही क्यों ना हो, तत्काल कॉल अटेंड कर उनकी सहायता की जाती है. डॉ. अंजलि शर्मा सहायक नोडल अधिकारी और उनका स्टाफ पूरे समय फोन पर सहायता के लिए उपलब्ध रहता है.
कंट्रोल रूम में फोन करना गोबरा नवापारा की किरण तिवारी के लिए राहत भरा क्षण लेकर आया. किरण की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने रात को रायपुर जिले के आपातकालीन नंबर पर सहायता मांगी. तब तत्काल गोबरा नवापारा के सीएमओ से संपर्क किया गया. उन्होंने ऑक्सीजन सपोर्ट युक्त एंबुलेंस भेजी और रायपुर के लालपुर अस्पताल में भर्ती कराया. रायपुर के कोटा की रहने वाली रोशनी शुक्ला गर्भवती हैं, उन्हें बुखार आ रहा था. उनके सहायता मांगने पर उन्हें तत्काल मेकाहारा में भर्ती कराया गया. गोरखा कॉलोनी शंकर नगर की पी अंजलि जो कोराना पॉजिटिव थीं, उनके एक फोन करने पर एंबुलेस उनके घर पहुंची और उन्हें मेकाहारा लाया गया. सुबह उन्होंने एक बिटिया को जन्म दिया.
काम के ये नंबर्स-
एडीएम विनीत नंदनवार ने बताया कि कलेक्टोरेट से संचालित होम आइसेालेशन कंट्रोल रूम में स्टाफ चौबीसों घंटे कॉल रिसीव करते हैं और तत्काल समस्या का समाधान करते हैं. यहां का आपातकालीन नंबर है 7566100283, 7566100284,7566100285.
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उन्होंने बताया कि मरीजों को जब उनके कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मोबाइल पर जब भेजी जाती है, तभी एक लिंक भी भेजा जाता है, जिसे खोलने पर एक सरल सा फॉर्म आता है. जिसे भरकर ऑनलाइन जमा करना होता है. फॉर्म नहीं भर पाने पर भी कंट्रोल रूम की ओर से सहायता की जाती है. उसके बाद चिकित्सक का नाम और नंबर बताया जाता है, जिससे मरीज घर में आइसोलेट रहकर उनसे दवाई और परामर्श ले सकते हैं.