international migrant day 2022 : 18 दिसंबर को संपूर्ण विश्व में ‘अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस’ (International Migrants Day) मनाया जाता है. उल्लेखनीय है कि 4 दिसंबर, 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए ‘18 दिसंबर’ को प्रतिवर्ष इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी. गौरतलब है कि 18 दिसंबर, 1990 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों और उनके परिवार के सदस्यों के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय अभिसमय को अपनाया था.Rashtriya Pravaasee Divas
कौन है प्रवासी : जब एक देश का नागरिक रोजगार की तलाश में दूसरे देश में जाकर बस जाता है तो उसे प्रवासी कहा जाता है. जैसे कोई भारतीय काम की तलाश में अमेरिका, सऊदी अरब, चीन या जापान में बसता है, इसे भारतीय प्रवासी कहा जाता है. भारत के बहुत से लोग विदेशों में बस गए हैं. उदाहरण के लिए, भारतीय अमेरिका, इंग्लैंड, जापान, चीन, मालदीव जैसे शहरों में काम करते हैं.Significance of international Migrant Day
विश्व में कितनी है प्रवासियों की संख्या : संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 18 दिसम्बर 1990 को सभी प्रवासी श्रमिकों को उनके सम्मान, अधिकार की रक्षा और परिवार के सदस्यों के संरक्षण पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन अपनाया गया.संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 04 दिसम्बर 2000 को सम्पूर्ण विश्व में बढ़ते प्रवासियों की संख्या को देखते हुए को 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की. विश्वभर में लगभग 31 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय प्रवासी एशिया में, यूरोप में 30 प्रतिशत, अमेरिका में 26 प्रतिशत, अफ्रीका में 10 प्रतिशत और ओशिनिया में 3 प्रतिशत हैं.History of international Migrant Day
संयुक्त राष्ट्र महासभा की रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय हैं. रिपोर्ट के अनुसार 15.6 मिलियन से अधिक भारतीय विदेश में रहते हैं. वर्ष 2014 से अब तक 5000 से ज्यादा लोग बेहतर जीवन और संरक्षण के लिए जीवन क्षति का सामना कर चुके हैं.
राष्ट्रीय प्रवासी दिवस (Raashtreey Pravaasee Divas) : राष्ट्रीय प्रवासी दिवस हर वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है. इस दिन भारत के महान व्यक्ति महात्मा गांधी अफ्रीका से भारत वापस लौटे थे. इन्हीं की याद में हर वर्ष 9 जनवरी को राष्ट्रीय प्रवासी दिवस मनाया जाता है.