रायपुर: भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ( weather department ) ने छत्तीसगढ़ बाढ़ नियंत्रण कक्ष (Chhattisgarh Flood Control Room) के साथ ही जल संसाधन विभाग रायपुर, बिलासपुर और नागपुर के संभागीय रेलवे मैनेजर को भी सतर्क और सावधान रहने के लिए कहा है. मौसम विभाग ने आगामी 24 से 48 घंटे के लिए भारी बारिश को लेकर येलो ऑरेंज और रेड अलर्ट (Yellow Orange and Red Alert) जारी किया है. इस दौरान प्रदेश के जिलों के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा की संभावना जताई है.
chhattisgarh weather update: बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और सरगुजा में भारी बारिश की चेतावनी
24 घंटे के लिए येलो अलर्ट
छत्तीसगढ़ के कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा की संभावना जताई है.
24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट
प्रदेश के रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर, कोरबा, बलोदा बाजार, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद नारायणपुर और कोंडागांव जिले के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना जताई.
24 घंटे के लिए रेड अलर्ट
प्रदेश के मुंगेली, कवर्धा, बेमेतरा, राजनांदगांव, बालोद, दुर्ग और कांकेर जिले के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना जताई है.
48 घंटे के लिए येलो अलर्ट
प्रदेश के कोरिया, सरगुजा, जशपुर जिले के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना जताई है.
48 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट
प्रदेश के सूरजपुर, बलरामपुर, कोरबा, मुंगेली और बिलासपुर जिले के एक-दो स्थानों पर गलत चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा की अनुमान है.
मौसम विभाग ने बताया कि एक गहरा अवदाब उत्तर छत्तीसगढ़ और उससे लगे हुए उत्तरी अंदरूनी उड़ीसा के ऊपर स्थित है. इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में लगातार आगे बढ़ते हुए अगले 48 घंटे में उत्तर छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश को क्रॉस करते हुए कमजोर होने के बाद एक चिन्हित निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है.
मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक अहमदाबाद इंदौर होशंगाबाद गहरा अवदाब के केंद्र गोपालपुर और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है. एक द्रोणिका दक्षिण गुजरात में स्थित चक्रीय चक्रवाती घेरा से उत्तर छत्तीसगढ़ और उससे लगे उत्तर अंदरूनी उड़ीसा तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक मध्य प्रदेश होते हुए स्थित है.