रायपुर: चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज अहले सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न (Four day Chhath Puja concludes) हो गया. आज सभी जिलों में श्रद्धालुओं ने विभिन्न घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. छठ व्रतियों ने पूरे धार्मिक विधि-विधान से पूजा-पाठ करने के बाद उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया. इसे लेकर विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं और उनके परिजनों की संख्या भी काफी ज्यादा रही. महादेव घाट छठ आयोजन समिति (Mahadev Ghat Chhath Organizing Committee) द्वारा खारुन नदी तट पर आयोजित छठ पर्व कार्यक्रम में बीते शाम राज्यपाल अनुसईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए. उन्होंने लोगों को छठ पर्व को शुभकामनाएं दी.
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महादेव घाट पर राज्यपाल अनुसुईया ने की संध्या आरती: महादेव घाट में आयोजित छठ पूजा के मौके पर मुख्यमंत्री के अलावा राज्यपाल अनुसईया उइके भी शामिल हुई. इस दौरान आयोजन समिति द्वारा राज्यपाल का स्वागत किया गया. इसके साथ ही राज्यपाल ने बीते दिन संध्या आरती की. हर साल छठ पूजा को लेकर महादेव घाट में आयोजन की भव्यता लगातार बढ़ती जा रही है, जिसमें अब मुख्यमंत्री, राज्यपाल समेत भाजपा कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल होते हैं.
छठ पर्व पर क्या बोले सीएम बघेल: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "यह पर्व लोक आस्था और सूर्य उपासना का पर्व है. सूर्य उपासना के रूप में यह पर्व मनाया जाता है. इस पर्व में कोई भेदभाव नहीं होता, महिलाएं निर्जल व्रत रखकर कठिन उपवास करती हैं. बिहार के बाद अगर कोई दूसरा राज्य है तो वह छत्तीसगढ़ है, जहां छठ पर्व के दिन शासकीय अवकाश घोषित है. जिस तरह से हम छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ाने का काम कर रहे हैं. उसी तरह से अन्य राज्यों के लोगों की भी संस्कृति का हम सम्मान करते हैं.
समाज के लिए कर रही है सरकार मदद: एक कार्यक्रम के दौरान छठ आयोजन समिति द्वारा मुख्यमंत्री से जमीन की मांग की गई है. इसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "अभी समाज की मदद हमारी सरकार कर रही है जो समाज जमीन चाहता है वह 10% राशि जमा करें, सरकार सभी समाज की मदद करेगी."