रायपुर: राजधानी रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेले का समापन मंगलवार को हुआ. समापन समारोह में राज्यपाल अनसुइया उइके और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत शामिल हुए. राज्यपाल अनसुइया उइके ने कहा कि 'धान की खेती के साथ-साथ बाजार की मांग के अनुसार अन्य फसलों की खेती भी की जानी चाहिए'.
समारोह के दौरान राज्यपाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को किसानों को धान का उचित मूल्य देने के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि वे छत्तीसगढ़ में बायोटीक स्ट्रेस सेंटर प्रारंभ करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखेंगी.
राज्यपाल ने कहा कि 'प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि से प्रदेश के किसानों को सहायता प्राप्त हो रही है. आदिवासियों को वन अधिकार पट्टा प्राप्त हुआ है. इस मेले में मुझे ऐसे नई तकनीक देखने को मिली जिसे किसान अपनाकर कृषि को लाभकारी बना सकते हैं'.
'छत्तीसगढ़ में कृषि की अपार संभावना'
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि की अपार संभावना है. ऐसे कार्यक्रम से किसानों को लाभ होगा. मैनपाट और जशपुर में आलू उत्पादन की अनुकूल परिस्थितियां हैं.
राज्यपाल से किया सहयोग का आग्रह
उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री के कार्यकाल के दौरान करीब 200 करोड़ रुपये का बायोटिक स्ट्रेस सेंटर स्वीकृत कराया था जो अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. इसके लिए प्रयास किए जाने की आवश्यकता है. उन्होंने राज्यपाल से भी सहयोग करने का आग्रह किया.
लोगों को मिलेगा रोजगार
विधानसभा अध्यक्ष महंत ने कहा कि 6 मेगा फूड पार्क भी स्वीकृत कराए गए थे. फूड पार्क के शुरू हो जाने से कई लोगों को रोजगार मिलेगा और यहां पर कृषि की उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा. प्रदेश में फूलों की खेती और गुजरात के आनंद की तर्ज पर दुग्ध उत्पादन पर जोर दिया गया है.