रायपुर: छत्तीसगढ़ में तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आज समापन है. इस आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह बिल्कुल नया अनुभव है, सभी लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. देश और प्रदेश से लोग शामिल हुए हैं, जो कलाकार हैं इसे एंजॉय कर रहे हैं.
वहीं बघेल ने ने कहा कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के अंतिम चरण में देश के साहित्यकार, इतिहासकार समेत कई लोग शामिल हुए हैं. उनके लिए भी यह एक नया विषय है. देशभर के अदिवासी एक मंच पर आए हैं. यह बहुत कम होता है. इसका लाभ निश्चित रूप से हमारे प्रदेशवासियों को मिला है.
आम जनता ने कार्यक्रम को खूब सराहा
बघेल ने कहा कि देशभर-विदेश से आए आदिवासी कलाकारों ने अपनी जीवन शैली लोगों तक पहुंचायी है. यह नृत्य अलग तरह का प्रयोग था और आम जनता ने इसे बहुत सराहा है, जिससे सफल कार्यक्रम का आज तीसरा दिन और अंतिम दिन है. आज भी कलाकार बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.