रायपुर: पुलिस ने जिले के आरंग और पुरानी बस्ती थाना में दर्ज मामले के आधार पर इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें से दो आरोपी तमिलनाडु के हैं, और एक आरोपी बेंगलुरु का है. 27 लाख रुपए की ठगी क्रिप्टो करेंसी के नाम पर की गई थी. पुलिस के मुताबिक आरोपी क्रिप्टो करेंसी का संचालन करने के लिए एजेंटों का सहारा लेने के साथ ही सेमिनार के माध्यम से अपने पोर्टल में पैसा जमा करवाते थे.
तमिलनाडु और बेंगलुरु से गिरफ्तार 3 आरोपी गिरफ्तार: रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि "क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी का मामला आरंग थाना और पुरानी बस्ती थाना में दर्ज किया गया था. पकड़े गए आरोपी लोगों को पैसा डबल करने का झांसा देकर क्रिप्टो करेंसी में पैसा जमा करवाते थे. इस गिरोह में और भी सदस्यों के होने की संभावना है. तीनों आरोपियों की पुलिस रिमांड लेकर उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी. आरंग थाना अंतर्गत ठगी के मामले में प्रकाश रेड्डी और एस भूपति को तमिलनाडु और बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है. वही पुरानी बस्ती थाना अंतर्गत ठगी के मामले में इमरान बाशा को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया है."
पहला मामला: भाटागांव पुरानी बस्ती रायपुर के निवासी प्रार्थी रूपेश कुमार सोनकर ने थाना पुरानी बस्ती में रिपोर्ट दर्ज कराया था. उसने बताया कि जनवरी 2022 में कंपनी के एमडी, मैनेजमेंट टीम सदस्य द्वारा रायपुर में सेमिनार आयोजित कर कंपनी में निवेश करने पर रकम 300 दिनों में रकम 3 गुना करने का झांसा दिया गया.
13 लाख 13 हजार रुपए की ठगी: प्रार्थी और उसके साथियों द्वारा झांसे में आकर उनके बताए गए ट्रोन कनेक्ट और क्रिप्टो हेसपे कंपनी पर निवेश किया गया. उन्होंने इन एजेंटों के बैंक खाता एवं फोन पे नंबरों में 13 लाख 13 हजार रुपए ट्रांसफर किया. बाद में ना ही रकम तीन गुना हुआ और ना किसी प्रकार की कोई जानकारी मिल पाई. जिसके बाद प्रार्थी ने थाना पुरानी बस्ती में ठगी का मामला दर्ज कराया.
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दूसरा मामला: प्रार्थी संतोष कुमार साहू ने थाना आरंग में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह आरंग थाना अंतर्गत ग्राम गोईदा का निवासी है. प्रार्थी को उसके परिचितों द्वारा यूनिटी बाइट (क्रिप्टो करेंसी) कंपनी के संबंध में जानकारी दी गई. इस कंपनी के मैनेजर बेंगलुरु निवासी प्रकाश रेड्डी द्वारा रायपुर के लालबाग होटल में सेमिनार आयोजित कर कंपनी में निवेश करने पर रकम 300 दिनों में 3 गुना करने का प्रलोभन दिया गया.
14 लाख रुपए की ठगी: प्रार्थी झांसे में आकर कंपनी के एमडी आरआर रवि मुथुकुमार एस भूपति और प्रकाश रेड्डी के साथ ही एजेंटों के बैंक खातों में अलग-अलग तिथियों में 14 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद ना ही पैसा की रकम 3 गुना हो पाई और ना ही कंपनी के तरफ से कोई संतोषजनक जवाब मिला. जिसके बाद प्रार्थी ने आरंग थाने में ठगी का मामला दर्ज कराया.