रायपुर: छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास पर तत्कालीन थाना प्रभारी दिव्या शर्मा को फोन पर गाली गलौज और वर्दी उतरवाने की धमकी देने का आरोप लगा था. जिसपर तेलीबांधा थानें में FIR दर्ज हुआ था. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री कार्यालय ने मामले को संज्ञान में लेते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस को पत्र जारी कर जांच रिपोर्ट मांगी है.
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पूरे मामले पर IPS प्रभारी CSP सिविल लाइन त्रिलोक बंसल का कहना है कि 'मामले में जरूरत पड़ने पर बयान के लिए भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास को CSP कार्यालय बुलाया जा सकता है. गौरीशंकर श्रीवास ने तत्कालीन थाना प्रभारी दिव्या शर्मा के खिलाफ शिकायत की है कि उन्होंने फर्जी आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है'.
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नौकरी से निकलवाने की धमकी का आरोप
FIR को निरस्त कराने गौरीशंकर का एक आवेदन हाईकोर्ट में विचाराधीन है. जिसपर गौरीशंकर ने तेलीबांधा के तत्कालीन थाना प्रभारी दिव्या शर्मा को धमकी दी है. उन्होंने उच्चाधिकारियों से कहकर नौकरी से निकलवा दिए जाने की भी बात कही है.
CID ने बयान के लिए प्रवक्ता को बुलाया दफ्तर
वहीं इससे ऑनलाइन फूड डिलवरी कंपनी के डिलेवरी ब्वॉय सतीश तिवारी ने भी गौरीशंकर श्रीवास के खिलाफ थाने में शिकायत की है, जिसपर CID ने दो मामले में 26 अक्टूबर को बयान के लिए नोटिस भेजकर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास को तलब किया है.