रायपुर: प्रदेश में लॉकडाउन है. इस स्थिति में बोर्ड की परीक्षा निरस्त कर दी गई थी. 10वीं की बोर्ड परीक्षा पूरी हो चुकी थी, लेकिन 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों की परीक्षा बीच में ही निरस्त कर दी गई थी. स्कूल शिक्षा विभाग ने पहली से लेकर 8वीं कक्षा तक के छात्रों को पहले की जनरल प्रमोशन दे दिया था. इसके बाद 9वीं और 11वीं के छात्रों को भी जनरल प्रमोशन दिया गया.
स्कूल शिक्षा विभाग ने हाल ही में बाकि परीक्षाओं के लिए समय सारणी भी जारी कर दी है,जिसके अनुसार 5 मई से 8 मई के बीच सभी परीक्षाएं आयोजित की जाएगी. इन्हीं सब विषयों को लेकर ETV भारत ने स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम से खास बातचीत की.
बातचीत के अंश-
सवाल: बच्चों को जनरल प्रमोशन दिया गया है. ऐसे में जो बच्चे कमजोर हैं क्या वे आगे की परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे?
सभी बच्चों के टेस्ट होते हैं. तैयारी तो पहले ही कर ली गई थी, लेकिन ऐस समय में मुख्यमंत्री से चर्चा करके ये फैसला लिया गया. इसके बाद स्कूलों को आगे खोलने की उम्मीद नहीं दिख रही थी, इसलिए जनरल प्रमोशन देने का फैसला लिया गया.
सवाल- बोर्ड के लिए मई का पहला हफ्ता चुना गया है. वैज्ञानिकों की माने तो इस समय संक्रमण चरम पर होगा ऐसे में बच्चों के प्रभावित होने का खतरा है आपकी क्या तैयारी होगी.
बोर्ड की कुल 4 ही परीक्षा बाकि है,इसके लिए परीक्षा हॉल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. हॉल में सैनिटाइजर का इंतजाम किया जाएगा.विभाग की तैयारी पूरी है,लेकिन फिर भी ऐसी कोई परिस्थिति बनती है तो इस पर विचार किया जाएगा.
सवाल- पढ़ाई तुम्हर द्वार एप के बारे में कुछ बताइए..
13 मार्च से स्कूल बंद है.अगर 14 अप्रैल को स्कूल अगर खुलता भी है तो फिर 15 से बंद हो जाएगा.ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी. इसलिए ये सोचा गया कि बच्चे आगे की क्लॉस में पिछड़ न जाएं इसके लिए ये एप बनाया गया है. इसमें सभी बच्चे और टीचर पंजीयन कर सकते है ये निशुल्क है.
सवाल- ग्रामीण क्षेत्र में बच्चे कैसे इसका उपयोग कर सकते हैं?
आजकल सबके पास मोबाइल है इसमें आसानी से पीडीएफ फाइल, वीडियो और ऑडियो को डाउनलोड कर सकते हैं.
सवाल- जो बच्चे कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, वह भी टल गए है ऐसे में उनके बारे में क्या सोचा है विभाग ने.
लॉक डाउन की परिधि के बीच हम इसे लेकर चर्चा करेंगे इस पर विचार जारी है.
सवाल- मध्यान भोजन को लेकर अब मॉनिटरिंग कैसे कर रहे है?
स्कूल बंद हैं, तो अब इसके बदले उन्हे सूखा चावल दिया जा रहा है.प्राइमरी स्कूल के छात्रों को 4 किलो चावल और 800 ग्राम दाल और मीडिल स्कूल के बच्चों को 6 किलो चावल और 1200ग्राम दाल दिया जा रहा है. इसके लिए अधिकारियों को आदेशित किया गया है. इसमें 29 लाख बच्चे लाभांवित हो रहे है.
सवाल- प्राइवेट स्कूल जो फीस की मांग कर रहे हैं, उन पर क्या कार्रवाई करेंगे
सभी बैंक बंद हैं, लोग कही जा नहीं रहे हैं. हमने सभी प्राइवेट स्कूल के लिए 2 आदेश निकाले हैं. पहला ये की आप किसी शिक्षक की वेतन में कटौती नहीं करेंगे और दूसरा ये की परिजनों पर फीस का दबाव नहीं बनाएंगे.
सवाल- जो छोटे प्राइवेट स्कूल आर्थिक तंगी से बंद होने पर है उन्हें क्या राहत राशि देगा विभाग
अभी ऐसी परिस्थिति नहीं आई है अगर ऐसा कुछ होता है तो उस पर विचार किया जाएगा.
सवाल- कुछ दूसरे जिले और राज्यों के बच्चे हॉस्टल में फंस गए हैं,उनके लिए क्या करेंगे ?
बच्चे हॉस्टल में है उनके खाने का रहने की सभी व्यवस्था सरकार कर रही है जो बच्चे दूसरे राज्य में है उन राज्य की सरकार से बात कर उनकी भी व्यवस्था कराई जा रही है.