रायपुर: छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) में लगातार सियासी उठापटक देखी जा रहा है. पार्टी के ही दो विधायकों ने अमित जोगी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बगावत के बाद एक बार फिर पार्टी को नया स्वरूप देने का काम शुरू कर दिया गया है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) ने रेणु जोगी को अपना नया सुप्रीमो चुना है. कार्यकर्ताओं ने अपने मुखिया के लिए रेणु जोगी के नाम पर सहमति दी. जेसीसीजे अध्यक्ष चुने जाने पर रेणु जोगी ने ETV भारत से खास बातचीत की. उन्होंने नए नई जिम्मेदारी को चुनौती बताया है.
नई जिम्मेदारियों को लेकर रेणु जोगी ने कहा कि वे सियासत में ज्यादा नहीं रही है. उन्होंने पहले अपनी सरकारी सेवाएं पूरी की. उसके बाद वे पॉलिटिक्स में आईं. रेणु जोगी ने कहा कि मैं चार बार से विधायक हूं, कोशिश करूंगी कि सारी चीजें अच्छे से हो सकें. चुनौतियों से भरा समय है, लेकिन इस वक्त हम सब को एकजुट होकर एक साथ खड़े होने की जरूरत है.
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मतभेदों को दूर करने की करेंगे कोशिश
बागी विधायकों को लेकर उन्होंने कहा कि वे सब मेरे छोटे भाई के जैसे हैं. मैं उनसे बात करूंगी और मुझे उम्मीद है कि वह जरूर मान जाएंगे. हम सभी मिलकर छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काम करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि पार्टी एक परिवार के समान होती है, कभी-कभी सदस्यों के बीच मतभेद हो जाते हैं. इन मतभेदों को दूर करने की कोशिश करेंगे.
सबको लेकर चलना बड़ा चैलेंज
रेणु जोगी के सामने सबसे बड़ा चैलेंज पार्टी में नेताओं, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को एक साथ लेकर चलना है. पार्टी के दो विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने अमित जोगी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. प्रमोद शर्मा ने मंगलवार को अमित जोगी को भस्मासुर बता दिया था.
अमित जोगी ने कहा, 'बागी मेरे भाई'
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) में विधायकों के बगावत के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी का बड़ा बयान आया है. अमित जोगी ने कहा कि देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा दोनों मेरे भाई हैं. हम तीनों के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं हो सकते. जोगी ने कहा कि वे दोनों को भाई मानते हैं.