रायपुर: पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय धरना से शासन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. प्रशासन ने कानून व्यवस्था का बहाना बनाकर राजधानी में आंदोलन की अनुमति से इंकार कर दिया है. मोर्चा ने बदली रणनीति 20 फरवरी का आंदोलन जिला मुख्यालयों में आयोजित किया जाएगा. मोर्चा के प्रमुख पदाधिकारी राजधानी में इस दिन धरना देंगे. पदाधिकारियों ने बताया कि रणनीति में बदलाव किया गया है. लेकिन आक्रोश अभी भी है.
प्रांतीय पदाधिकारियों की वर्चुअल बैठक बुलाई गई: गुरुवार को पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा में सम्मलित सभी संगठनों के प्रांतीय पदाधिकारियों की वर्चुअल बैठक बुलाई गई. जिसमें आगामी 20 फरवरी को जंगी प्रदर्शन की तैयारी की जानी थी. लेकिन प्रशासन ने ना राजधानी में धरना की अनुमति दी और ना ही नए धरना स्थल तूता में. प्रशासन ने 20 फरवरी को आयोजित होने वाले इस आंदोलन से हड़कम्प मचा हुआ है. जिस कारण इस धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिल पा रही है.
यह भी पढ़ें: Vicious thug arrested in Raipur: पार्सल ब्वॉय बनकर ठगी करने वाला शातिर ठग गिरफ्तार, 35 लोगों से की धोखाधड़ी !
"रणनीति बदली है, आक्रोश नहीं": गुरुवार की बैठक में मोर्चा के प्रांतीय संचालक वीरेंद्र दुबे,संजय शर्मा,केदार जैन और विकास राजपूत ने कहा कि "प्रशासन की अनुमति न देने से हमारा आंदोलन रुकने वाला नहीं है. हम अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं. 20 फरवरी को राज्य में न होकर अब यह जंगी प्रदर्शन छत्तीसगढ़ के समस्त जिला मुख्यालयों में आयोजित होगा. जिसकी तैयारी गुरूवार को सभी जिला अध्यक्ष ने प्रारम्भ कर दिए हैं. मोर्चा के समस्त प्रान्त संचालको ने प्रदेश के समस्त शिक्षकों से अपील किया है कि हमारी रणनीति बदली है, आक्रोश नहीं. अब यह जंगी प्रदर्शन राजधानी की जगह जिला मुख्यालयों में किया जाएगा. जिसमें प्रत्येक LB संवर्ग के शिक्षक साथी अपनी सहभागिता प्रदान करें."