रायपुर: प्रदेश में रजिस्टर्ड दिव्यांग मतदाताओं की संख्या लगभग डेढ़ और थर्ड जेंडर 811 मतदाता हैं. इनकी संख्या को बढ़ाते हुए चुनावी प्रक्रिया से जोड़ने के लिए अब चुनाव आयोग ने भी पहल की है. इसके लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में सोमवार को संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय और समाज कल्याण विभाग ने समाज के सभी वर्ग से आगे बढ़कर दिव्यांगों और थर्ड जेंडर मतादाताओं की संख्या बढ़ाने में सहयोग करने की अपील की है.
कार्यशाला में थर्ड जेंडर समुदाय की भी रही भागीदारी: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जहां दिव्यांगों और थर्ड जेंडर के लिए काम करने वाले एनजीओ ने हिस्सा लिया, वहीं इसमें थर्ड जेंडर समुदाय के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने निर्वाचन आयोग की ओर से दिव्यांगों और थर्ड जेंडर को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी.
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मतदान केंद्र तक लाने ले जाने के लिए कर सकते हैं आवेदन: कार्यशाला में मुख्य उप निर्वाचन पदाधिकारी विनय अग्रवाल ने पोलिंग बूथ पर दिव्यांगों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया. साथ ही वोटर रजिस्ट्रेशन, फार्म-6 और फार्म-8 के बारे में जानकारी दी. बताया कि "मतदान के दिन दिव्यांग व्हीलचेचर, केंद्र तक लाने और ले जाने की सुविधा के लिए सक्षम एप के जरिए आवेदन कर सकते हैं."
बुजुर्ग और दिव्यांग के लिए डाक मतगत्र की भी सुविधा: विनय अग्रवाल ने बताया कि "अब 80 साल से अधिक के मतदाता और 40 फीसदी से ज्यादा दिव्यांगता वाले मतदाता के लिए मतपत्र की भी सुविधा है. इसके तहत मतदान से पहले टीम घर घर जाकर ऐसे मतदाताओं का डाक मतपत्र कलेक्ट करती है." वहीं थर्ड जेंडर समुदाय को बताया कि "थर्ड जेंडर और अनाथ मतदाता रजिस्ट्रेशन के लिए फार्म-6 भरते समय रिश्तेदार के रूप में अब गुरु का उल्लेख किया जा सकता है."
जिला स्तर पर कैंप लगाकर बढ़ाएंगे पंजीयन की संख्या: रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि "प्रदेश में 149489 दिव्यांग मतदाता और 811 थर्ड जेंडर वोटर रजिस्टर्ड हैं." उन्होंने समाज कल्याण विभाग को जिला स्तर पर कैंप लगाकर थर्ड जेंडर का पंजीयन बढ़ाने का निर्देश दिया. इस दौरान थर्ड जेंडर समुदाय की ओर से टीजी कार्ड के बेस पर वोटर के रूप में रजिस्ट्रेशन की मांग रखी. कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शिखा राजपूत तिवारी, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विपिन मांझी और समाज कल्याण विभाग के अपर संचालक पंकज वर्मा भी मौजूद रहे.