रायपुरः राजधानी की सड़कों पर दौड़ने वाली यह सभी ई-बसें पूरी तरह धुआं रहित होने के साथ ही इको फ्रेंडली रहेंगी. मुंबई, दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े मेट्रो शहर की तर्ज पर राजधानी में ई-बसें चलाने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही नगर निगम की पुरानी कचरा गाड़ियों को ईंधन के रूप में तब्दील करने पर भी विचार किया जा रहा है.
ई-बसों के संचालन से शहर में कम होगा प्रदूषण
रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि हम प्रदूषण की बात करते हैं. प्रदूषण मुक्त रायपुर शहर रहे. इसको लेकर हम इलेक्ट्रॉनिक बसें शुरू करने जा रहे हैं. बहुत जल्द इसके लिए टेंडर निकाले जाएंगे. मुझे ऐसा लगता है कि जब इलेक्ट्रॉनिक बसें चलने लगेंगी ताे हम और हमारा शहर प्रदूषण मुक्त हाेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लोग अपने स्वास्थ्य के लिए सजग हो रहे हैं. वह जहां खुद के स्वास्थ्य का ख्याल रख रहे हैं वहीं पौधे भी लगा रहे हैं. प्रदूषण को कम करने में ई-बसें बहुत कारगर साबित होंगी.
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आउटर इलाकों में भी चलाई जाएंगी ई-बसें
शुरुआत में शहर में 5 ई-बसें चलाई जाएंगी. इसके बाद आने वाले समय में कम से कम 15 बसें चलेंगी. रायपुर में जो सिटी बसें चलती हैं, उन्हीं बसों के साथ इनको जोड़ कर चलाया जाएगा. यह बसें रायपुर के चारों तरफ चलेंगी. इलेक्ट्रॉनिक बसों को शहर के आउटर इलाकों टाटीबंध से रिंग रोड होते हुए तेलीबांधा, टाटीबंध से कबीर नगर, रायपुर से कचना, रायपुर से भाटा गांव और सेजबहार जैसे इलाकों में संचालित होंगी.