रायपुर: बीजेपी प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी (Daggubati Purandareswari) ने 2023 चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि 2023 का विधानसभा चुनाव (Assembly elections भाजपा विकास के मुद्दे पर लड़ेगी. मुख्यमंत्री कौन होगा या किसको पार्टी अपना चेहरा बनाएगी ये बाद में तय किया जाएगा. डी पुरंदेश्वरी का यह बयान अपने आप में कई मायनों में अहम है. क्योंकि छत्तीसगढ़ में पिछले 15 सालों में भाजपा का सबसे बड़ा चेहरा डॉ. रमन सिंह ही रहे हैं. लेकिन इस बयान के बाद पार्टी ने प्रदेश के मुद्दे को लेकर सजकता दिखाई है.
2003 का विधानसभा चुनाव (assembly election) पार्टी ने उनकी ही अगुवाई में अजीत जोगी के सरकार को चुनौती दी थी. कामयाबी मिलने के बाद उन्हें प्रदेश की कमान भी सौंपी गई थी. 2003 के बाद 2008, 2013 और 2018 के चुनाव में भाजपा रमन सिंह (Raman Singh) को ही मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट (Chief Minister Project) करके चुनाव लड़ती रही है.
2018 में भाजपा को बुरी तरीके से मात खानी पड़ी थी. इसके बाद से ही प्रदेश में एक तरफ से पार्टी बैकफुट पर नजर आ रही है. तमाम बड़े नेता आलाकमान के इस फैसले का इंतजार कर रहे हैं कि 2023 विधानसभा चुनाव में पार्टी किसे आगे करके चुनाव लड़ती है. क्या पार्टी एक बार फिर रमन सिंह को ही अपना अगुआ बनाती है. लेकिन डी पुरंदेश्वरी (Daggubati Purandareswari) का यह कहना कि चेहरा कौन होगा? पार्टी तय करेगी इसका साफ मतलब है कि पार्टी फिलहाल तमाम विकल्पों पर विचार कर रही है.
डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने चुनाव के वक्त छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ वादा किया था, कि उन्हें रोजगार दिया जाएगा. रोजगार न मिलने पर 2,500 रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा, लेकिन उन्हें नहीं मिला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश के युवाओं के साथ भी धोखा किया है. कांग्रेस ने गरीबों को घर देने का वादा किया था, लेकिन राज्य में 7 लाख घर गरीबों को अभी देना बाकी है.