रायपुर: राजधानी से लगे इलाके में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया हुआ है. कुत्ते चौक-चौराहों पर खड़े लोगों के ऊपर हमला कर रहे हैं. इसके बाद भी कुत्तों से निपटने के लिए कोई भी योजना नहीं बनाई जा रही है. जनप्रतिनिधि और प्रशासन की लापरवाही की वजह से कई लोग आवारा कुत्तों के शिकार हो रहे हैं.
छपोरा गांव में आवारा कुत्तों ने एक ही परिवार के 3 तीन लोगों को बुरी तरह से जख्मी कर दिया है. इसके अलावा चार लोगों के हाथ पैर में दांत गड़ा दिया है. फिलहाल घायलों का इलाज मांढर स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है, जिसमें छपोरा के 10 वर्षीय जय धीवर भी शामिल है. जानकारी के मुताबिक कुत्ते ने जय के हाथ और पैर को काटा है.
30 वर्षीय महिला पर हमला
लोगों के मुताबिक कुत्तों ने 30 वर्षीय रानी धीवर के हाथ और चेहरे पर भी हमला कर दिया था, जिससे महिला बुरी तरह घायल हो गई है. इसके अलावा रानी धीवर के परिवार के एक बुजुर्ग महिला को भी कुत्तों ने जख्मी कर दिया है. ये तीनों घर के बाहर चौराहे पर बैठे थे. इसी दौरान अचानक उनके ऊपर कुत्तों ने हमला कर दिया.
आवारा कुत्तों का आतंक
जानकारी के मुताबिक छपोरा से लागे भुरकोनी गांव में बुधवार को ही 2 साल के रीहान बंजारे को कुत्तों ने काट लिया था. ग्रामीणों का कहना है कि सुबह 11:30 बजे के करीब बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था. इसी दौरान दूसरे मोहल्ले से एक पागल कुत्ता आया और उसे काट लिया. पागल कुत्ते ने बच्चे के पेट और गर्दन पर हमला किया था, जिससे बच्चा लहूलुहान हो गया. इसके बाद बच्चे के परिवार वालों ने उसे रायपुर के बाल गोपाल हॉस्पिटल में भर्ती कराया है, जहां उसकी स्थिति नाजुक है.
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